लोगों को नहीं मिल रहा शुद्ध पानी

रामगढ़ से लौट कर मनोज सिंह रामगढ़ की पुणडीह पंचायत की मुखिया रोपन देवी को जिला मिनरल डेवलपमेंट फंड (डीएमएफ) से काफी उम्मीद है. रोपन देवी के अनुसार, कोलियरियों के आवासीय परिसर में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. यहां लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है. करोड़ों रुपये कमाने वाली सीसीएल कंपनी का भी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 19, 2016 6:53 AM
रामगढ़ से लौट कर मनोज सिंह
रामगढ़ की पुणडीह पंचायत की मुखिया रोपन देवी को जिला मिनरल डेवलपमेंट फंड (डीएमएफ) से काफी उम्मीद है. रोपन देवी के अनुसार, कोलियरियों के आवासीय परिसर में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. यहां लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है. करोड़ों रुपये कमाने वाली सीसीएल कंपनी का भी इस ओर ध्यान नहीं है. पंचायत के कई गांवों में बिजली व रास्ते नहीं हैं. बच्चे पांच से 10 किलोमीटर पैदल चल कर स्कूल जाते हैं.
इसी पंचायत के लोम्बाईबांध टोला की शुकरी देवी करीब दो किलोमीटर दूर से पीने का पानी लाती है.हां दो बोरिंग की गयी, लेकिन पानी नहीं निकला. बगल के ओपेन कॉस्ट अबेंडेंड माइंस में पानी है, लेकिन दुर्घटना के डर से लोग इस पानी का इस्तेमाल नहीं करते हैं. कुछ इसी तरह की स्थिति मांडू के बोंगाहारा की है. मिडिल स्कूल यहां से करीब पांच किलोमीटर दूर है. गांव के लोगों के पास काम नहीं है. इस कारण साल में आठ माह बाहर रहना पड़ता है. गांव के भागीरथ महतो बताते हैं कि बगल में दो प्राथमिक विद्यालय है. इनमें करीब 300 बच्चे हैं, लेकिन एक स्कूल में दो शिक्षक व दूसरे में एक शिक्षक हैं. पूरा स्कूल पारा शिक्षकों के भरोसे है. दिल्ली स्थित सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट (सीएसइ) की एक टीम ने रामगढ़ की कई कोलियरियों का दौरा किया. यहां के लोगों को सरकार से मिल रही सुविधाओं की जानकारी दी.
जिले को 450 करोड़ मिलने हैं : रामगढ़ जिले को करीब 450 करोड़ रुपये का फंड डीएमएफ से मिलना है.2016-17 में जिले को 250 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है. वहीं करीब 200 करोड़ रुपये पिछले वित्तीय वर्ष के हैं. इसमें से अब तक जिले को करीब 63 करोड़ रुपये मिले हैं. सीएसइ के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत में जिलाधिकारी बी राजेश्वरी ने बताया कि अगले पांच साल की योजना तैयार की गयी है. पेयजल जिले की प्राथमिकता है.
इस पैसे से पूरे साल स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है. हरेक साल एक कोर विषय होगा. इसके अतिरिक्त अन्य कई योजनाओं पर भी ग्रामसभा की सहमति से काम होगा. लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है. दूसरे साल में शिक्षा, फिर स्वास्थ्य के साथ सिंचाई और पर्यटन को प्राथमिकता की सूची में रखा गया है. रामगढ़ 60 पंचायत वाला छोटा जिला है. यहां पर्यटन की काफी संभावना है. जिला प्रशासन कोलियरियों की बंद पड़ी खुली खदान के पानी का इस्तेमाल करना चाहता है. इसके आसपास टूरिस्ट स्पॉट विकसित करना चाहता है.

Next Article

Exit mobile version