जरमार, अरमार व बाल मित्र थाना पर फिल्म तैयार
रांची: झारखंड पुलिस की ओर से सामाजिक सरोकार के तहत किये गये कार्यों को लेकर एक फिल्म बनायी गयी है. यह फिल्म स्मार्ट पुलिसिंग को लेकर राज्यों के डीजीपी की होनेवाली बैठक में दिखायी जायेगी. पहले यह बैठक 28 अगस्त को होनी थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यस्तता की वजह से बैठक की तारीख […]
पहले यह बैठक 28 अगस्त को होनी थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यस्तता की वजह से बैठक की तारीख बढ़ा दी गयी है. पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एडीजी एसएन प्रधान ने बताया कि फिल्म में राज्य पुलिस के द्वारा किये गये दो कार्यों को को दिखाया गया है.
जमशेदपुर एक्सिडेंट एंड मेडिकल असिस्टेंस (जरमार) एक्सिडेंट रेस्पांस एंड मेडिकल असिस्टेंस (अरमार) और बाल मित्र थाना के द्वारा किये गये कार्यों को फिल्माया गया है. जानकारी के मुताबिक इस साल की शुरुआत में मेडिका अस्पताल, टाटा स्टील और जमशेदपुर पुलिस ने मिल कर जरमार की शुरुआत की गयी थी.
इसके तहत जमशेदपुर में होनेवाली सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए विभिन्न सड़कों पर एंबुलेंस की तैनाती की गयी थी. इसकी सफलता के बाद रांची में भी 20 मई को अरमार की शुरुआत की गयी. रांची में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसकी शुरुआत की. जरमार व अरमार के द्वारा कई घायलों को समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी गयी, जिससे उनकी जान बची. इसी तरह राज्य पुलिस ने जिलों में बाल मित्र थानों की शुरुआत की, जिसमें बच्चों से जुड़े मामले सुलझाये जाते हैं. बच्चों को समझाने के लिए काउंसलर की मदद भी ली जाती है.
