रांची : सेल डीड बदल पूर्व सैनिक की पुश्तैनी जमीन बेची

पूर्व सैनिक ने जमीन माफिया की पीएमओ से की शिकायत रांची : रजिस्ट्री कार्यालय से सेल डीड बदल कर माफिया ने पूर्व सैनिक की पुश्तैनी जमीन भी बेच दी. सरकार ने डीड बदलने की बात मानी. मामले की गंभीरता को देखते हुए रजिस्ट्रार कार्यालय से दो साल पहले फॉरेंसिक जांच के लिए आवश्यक दस्तावेज भेजे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 21, 2019 1:02 AM
पूर्व सैनिक ने जमीन माफिया की पीएमओ से की शिकायत
रांची : रजिस्ट्री कार्यालय से सेल डीड बदल कर माफिया ने पूर्व सैनिक की पुश्तैनी जमीन भी बेच दी. सरकार ने डीड बदलने की बात मानी. मामले की गंभीरता को देखते हुए रजिस्ट्रार कार्यालय से दो साल पहले फॉरेंसिक जांच के लिए आवश्यक दस्तावेज भेजे गये थे. हालांकि फॉरेंसिक लैब ने अब तक जांच रिपोर्ट नहीं भेजी है. पीड़ित ने जालसाजी की शिकायत पीएमओ से भी की है.
मौजा पुनदाग के खाता नंबर 120 के प्लॉट नंबर 162,193,194 और 355 की 2.88 एकड़ जमीन स्व बीगल महतो की थी. बंटवारे के बाद स्व दुबराज महतो को 1.44 एकड़ और स्व गांगू महतो को 1.44 एकड़ जमीन मिली थी. दुबराज महतो ने अपने हिस्से की 1.44 एकड़ जमीन बेच चुके हैं. स्व गांगू महतो ने अपनी जमीन नहीं बेची. उनकी जमीन के मालिक उनके पुत्र दुर्गा प्रसाद साहू हैं. वह भारतीय नौसेना के रिटायर्ड सैनिक हैं.
सेल डीड बदल दी थी मािफया ने
पूर्व सैनिक की जमीन पर कब्जा करने के लिए माफिया ने रजिस्ट्री कार्यालय में रखे गये सेल डीड को हटा कर फर्जी डीड बनाया. साथ ही इस फर्जी डीड के सहारे पूर्व सैनिक की पुश्तैनी जमीन को भी बिक्री दिखा दी.
इस काम को अंजाम देने के लिए जमीन माफिया ने वर्ष 1969 के वॉल्यूम नंबर 61 के सेल डीड नंबर 8602 को बदल दिया. जिला अवर निबंधक कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार फिंगर प्रिंट रजिस्टर के हिसाब से डीड नंबर 8602 के सहारे अदैत्य राय ने अपनी जमीन बेची थी. जमीन माफिया ने इस असली डीड नंबर का इस्तेमाल करते हुए एक फर्जी डीड तैयार किया.
पूर्व सैनिक ने प्रशासन से लगायी गुहार
फर्जी डीड संख्या 8602 में यह दिखाया कि स्व दुबराज साहू ने दुर्गा प्रसाद साहू के हिस्से की भी पुश्तैनी जमीन में से 1.36 एकड़ जमीन भी 1969 में श्यामापति देवी से बेच दी.
इस फर्जी डीड में श्यामापति देवी का पता नालंदा जिले का जलालपुर दर्ज है. फर्जी डीड के सहारे श्यामापति देवी के नाम जमीन की बिक्री दिखाने के बाद जमीन माफिया अब इस जमीन को दूसरे लोगों से बेच रहे हैं. पीड़ित पूर्व सैनिक ने प्रधानमंत्री कार्यालय से इस घटना की शिकायत की है. साथ ही जिला प्रशासन से फर्जी डीडी के सहारे की गयी खरीद बिक्री को रद्द करने का अनुरोध करते हुए आवेदन दिया है.

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