रमकंडा पहुंची नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन की संघर्ष यात्रा, कहा, झारखंड बनने के 18 साल बाद भी नहीं बदली गरीबों की दशा

राज्य के नौजवानों के बजाय 75 प्रतिशत दूसरे राज्यों के लोगों को रोजगार दे रही है सरकार रमकंडा/रांची : रघुवर सरकार मंडल डैम बनवा कर बिहार को फायदा पहुंचाना चाह रही है. मंडल डैम के निर्माण से झारखंड के मूलवासियों को विस्थापित किया जा रहा है. डैम बनने से यहां के खेत-खलिहान व जंगल डूबेंगे. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 15, 2019 7:49 AM
राज्य के नौजवानों के बजाय 75 प्रतिशत दूसरे राज्यों के लोगों को रोजगार दे रही है सरकार
रमकंडा/रांची : रघुवर सरकार मंडल डैम बनवा कर बिहार को फायदा पहुंचाना चाह रही है. मंडल डैम के निर्माण से झारखंड के मूलवासियों को विस्थापित किया जा रहा है. डैम बनने से यहां के खेत-खलिहान व जंगल डूबेंगे.
यह बातें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड संघर्ष यात्रा के दौरान रमकंडा में कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पलामू में सिंचाई की व्यवस्था के बजाय बिहार राज्य में व्यवस्था उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं. पानी की वजह से किसान आत्महत्या कर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड के 18 वर्ष होने के बाद भी गरीबों की दशा-दिशा में कोई परिवर्तन नहीं हुआ. गरीबों का शोषण और महिलाओं पर अत्याचार जारी है. राज्य में कोई सुरक्षित नहीं है. गोदाम में अनाज सड़ रहा है, लेकिन राज्य में लोग भूखे मर रहे हैं. झारखंड के मजदूरों को दूसरे प्रदेशों से भगाया जाता है. वहीं, भाजपा सरकार राज्य के नौजवानों को रोजगार देने के बजाय 75 प्रतिशत दूसरे राज्यों के लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रही है.
दर्जन भर लोगों ने ली सदस्यता : झामुमो के झारखंड संघर्ष यात्रा कार्यक्रम के दौरान रमकंडा जिला परिषद सदस्य के पति दिनेश प्रसाद, हरहे पंचायत की उपमुखिया राधिका देवी, पंचायत समिति सदस्य सुरेंद्र राम, वीरेंद्र साव, मनोज मनोरंजन, प्रेमचंद साव, उपेंद्र यादव ने झामुमो की सदस्यता ग्रहण की. हेमंत सोरेन ने पार्टी में शामिल होनेवाले लोगों का स्वागत किया.
अचानक हेमंत की बिगड़ी तबीयत
वंशीधर नगर : पूर्व मुख्यमंत्री सह प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने नगरऊंटारी में जनसभा की. इसके बाद भवनाथपुर जाने के क्रम में उनकी हालत नगरऊंटारी कचहरी परिसर के पास बिगड़ गयी.
इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. स्वास्थ्य कर्मी ने जांच की. जानकारी के अनुसार उन्हें उल्टी होने लगी. सोमवार की सुबह उन्हें ठंड लगी थी व बुखार था. वह करीब 20 मिनट तक कचहरी परिसर मोड़ पर रुके. इसके बाद भवनाथपुर के लिए प्रस्थान कर गये.

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