झारखंड : तमाड़ के चौकीदार की हत्या, गाड़ी के साथ शव जलाया, एक गिरफ्तार

रांची/सोनाहातू : तमाड़ थाना के चौकीदार राजू महतो की हत्या कर अपराधियों ने उसके शव को गाड़ी सहित जला दिया. राजू महतो का शव रविवार की सुबह राहे प्रखंड की सताकी नारायण घाटी राहे-हाहे सड़क पर एक जली हुई बोलेरो से बरामद हुआ. शव पूरी तरह से जल चुका था. सूचना मिलने पर बुंडू डीएसपी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 16, 2018 8:57 AM

रांची/सोनाहातू : तमाड़ थाना के चौकीदार राजू महतो की हत्या कर अपराधियों ने उसके शव को गाड़ी सहित जला दिया. राजू महतो का शव रविवार की सुबह राहे प्रखंड की सताकी नारायण घाटी राहे-हाहे सड़क पर एक जली हुई बोलेरो से बरामद हुआ. शव पूरी तरह से जल चुका था.

सूचना मिलने पर बुंडू डीएसपी केवी रमण भी घटनास्थल पर पहुंचे. जांच में पुलिस को पता चला कि उक्त बोलेरो तमाड़ थाना क्षेत्र के मिट्ठूडीह-बारेडीह निवासी राजू महतो की है.

राजू की पत्नी ने इस मामले में पांच लोगों पदमदेव, राजकुमार सत्कर्मकार, फुलकेश्वर कर्मकार, उपेंद्र महतो व वीरेंद्र महतो पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने पदमदेव को गिरफ्तार कर लिया है. उसने बताया कि घटना को अंजाम पांच लोगों ने मिल कर दिया है.पदमदेव का भाई फुलकेश्वर घटना का मास्टर माइंड है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

राहे ओपी प्रभारी सुजीत राय और अनगड़ा थाना प्रभारी रामबाबू मंडल भी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे. जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि 13 अप्रैल को गांव के कुछ लोगों के साथ राजू महतो का विवाद खाने-पीने के दौरान हुआ था. मारपीट भी हुई थी.

शनिवार की शाम सेरेंगडीह नवाडीह निवासी चौकीदार राजू महतो अपने दो साथियों संजय कर्मकार और विपद भंजन महतो के साथ अपनी बोलेरो से गांव की ही एक शराब दुकान पहुंचा था. वहां पहले से चार लोग मौजूद थे. उक्त लोगों ने पहले चौकीदार राजू महतो पर गोली चलायी. इसके बाद टांगी और फरसा से वार कर उसकी हत्या कर दी. इस बीच राजू महतो के दोनों साथी घटनास्थल से भाग निकले. इस क्रम में राजू के एक साथी संजय कर्मकार को भी चोटें आयी हैं.

इसके बाद चारों युवकों ने साक्ष्य छुपाने की नीयत से बोलेरो सहित राजू महतो के शव को अनगड़ा के जंगल के समीप ले जाकर जला दिया. बताया जा रहा है कि एक सप्ताह पूर्व राजू महतो ने उक्त युवकों पर उसका एक खस्सी खाने का आरोप लगाया था. इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया था.

शुरू में नक्सलियों पर भी हुआ था संदेह

गाड़ी सहित जला हुआ शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी है. नारायण घाटी क्षेत्र पूर्व में नक्सल प्रभावित रहा है. इसलिए घटना के बाद लोगों को लगा कि कहीं इस घटना को अंजाम नक्सलियों ने तो नहीं दिया, लेकिन ऐसी बात सामने नहीं आयी. घटना में शामिल लोगों का संबंध किसी उग्रवादी या नक्सली संगठन से तो नहीं है, पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है.

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