Ranchi News : युवाओं के हुनर का उत्सव
मोरहाबादी स्थित रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप, बेसिक साइंस भवन परिसर और आर्यभट्ट सभागार में गुरुवार को हुनरबाजों का जमावड़ा देखने को मिला.
रांची विवि इंटर कॉलेज यूथ फेस्टिवल रीझ-रंग 2025 शुरू, कल तक कुल 26 प्रतियोगिता में 500 विद्यार्थी होंगे शामिल
नृत्य, संगीत, गायन, चित्रकला, पोस्टर मेकिंग, क्विज सहित कई विधाओं में प्रतियोगिताएं
कुलपति डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह ने झंडा दिखाकर सांस्कृतिक परेड को किया रवाना
विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राएं पारंपरिक और आधुनिक वेशभूषा में हुए शामिल
रांची. मोरहाबादी स्थित रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप, बेसिक साइंस भवन परिसर और आर्यभट्ट सभागार में गुरुवार को हुनरबाजों का जमावड़ा देखने को मिला. मौका था रांची विश्वविद्यालय इंटर कॉलेज यूथ फेस्टिवल 2025 ‘रीझ-रंग (2025-26)’ का. 20 दिसंबर तक चलने वाले इस महोत्सव का शुभारंभ कुलपति डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह ने किया. महोत्सव में कुल 26 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा. उदघाटन से पूर्व दीक्षांत मंडप परिसर से कुलपति ने झंडा दिखाकर सांस्कृतिक परेड को रवाना किया, जो आर्यभट्ट सभागार तक पहुंची. इस मनमोहक सांस्कृतिक परेड में रांची वीमेंस कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, गोस्सनर कॉलेज, जेएन कॉलेज, निर्मला कॉलेज, बिरसा कॉलेज, आरएलएसवाई कॉलेज, टीआरएल विभाग और केओ कॉलेज, गुमला के विद्यार्थी अलग-अलग वेशभूषा में अपनी-अपनी टीम और बैनर के साथ शामिल हुए. परेड में कुलपति सहित विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, प्राचार्य, विभागाध्यक्ष और शिक्षक भी शामिल थे. कार्यक्रम के समन्वयक डॉ किशोर सुरीन थे. कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ स्मृति सिंह ने किया. धन्यवाद ज्ञापन रजिस्ट्रार डॉ जीसी साहू ने किया.प्रतियोगिताओं के परिणाम 20 दिसंबर को होंगे घोषित
आर्यभट्ट सभागार में कार्यक्रम की शुरुआत पीएफए विभाग के विद्यार्थियों द्वारा नृत्य और गीत की प्रस्तुति से हुई. मनीष के नेतृत्व में राग यमन पर मधुर गीतों की प्रस्तुति दी गयी. इसके बाद ‘वसुधैव कुटुंबकम’ विषय पर ‘जयतु जयतु भारतम, जागा हुआ भारत है ये…’ गीत पर विपुल नायक ने अपनी टीम के साथ रचनात्मक कोरियोग्राफी की शानदार प्रस्तुति दी. इसके उपरांत क्लासिकल वोकल, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो, लाइट वोकल, वेस्टर्न वोकल, ग्रुप सांग, इंडियन और वेस्टर्न आर्केस्ट्रा और वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंटल सोलो प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. अलग-अलग विभागों में क्विज, पोस्टर मेकिंग, कोलाज, ऑन-द-स्पॉट पेंटिंग और कार्टूनिंग प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया. इन प्रतियोगिताओं के परिणाम 20 दिसंबर को घोषित किए जायेंगे.टेक्नोलॉजी ज्ञान ट्रांसफर कर सकती है, संस्कार शिक्षक देते हैं : कुलपति
कुलपति प्रो धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय केवल डिग्री प्रदान करने का स्थान नहीं है, बल्कि यह छात्रों और युवाओं के सर्वांगीण विकास का केंद्र है. टेक्नोलॉजी ज्ञान का ट्रांसफर कर सकती है. लेकिन, शिक्षक विद्यार्थियों को ज्ञान के साथ संस्कार भी प्रदान करते हैं. उन्होंने कहा कि कक्षा में ज्ञान मिलता है, जबकि मंच पर व्यक्तित्व का विकास होता है. झारखंड में अपार ऊर्जा है और यह भारत का सांस्कृतिक हृदय है. उन्होंने प्रतिभागियों से हार-जीत की चिंता किए बिना अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आज का जीवन दान, ज्ञान और ध्यान पर आधारित है.मोरहाबादी परिसर में खुलेगा हैप्पीनेस और वेलनेस सेंटर
कुलपति ने कहा कि वे मोरहाबादी परिसर में हैप्पीनेस और वेलनेस सेंटर खोलना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी पीढ़ी ने वह दौर देखा है, जब सुविधाएं और टेक्नोलॉजी सीमित थीं, लेकिन जीवन में खुशी अधिक थी. आज हम हर क्षेत्र में प्रगति कर रहे हैं, लेकिन हैप्पीनेस को आगे नहीं बढ़ा पाये हैं. एआइ ज्ञान दे सकता है, लेकिन संस्कार और समाज का निर्माण शिक्षक ही करते हैं. डीएसडब्ल्यू डॉ सुदेश कुमार साहू ने विद्यार्थियों से कहा कि हार को सहर्ष स्वीकार करना चाहिए और जीत को संयम के साथ संभालकर रखना चाहिए.कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ गुरुचरण साहू, डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, डॉ प्रकाश कुमार झा, डॉ अर्चना दूबे, डॉ परवेज हसन, डॉ मनोज कुमार, डॉ शमशुन नेहार, डॉ सुप्रिया, डॉ ब्रजेश, डॉ किरण, डॉ बीसी महतो, डॉ लाडली सहित विभिन्न विभागों के निदेशक, विभागाध्यक्ष, कॉलेजों के प्राचार्य, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
