करोड़ों की लागत से बना आइटीआइ भवन बेकार, शरारती तत्वों का बना अड्डा
करोड़ों की लागत से बना आइटीआइ भवन बेकार, शरारती तत्वों का बना अड्डा
कैरो़ प्रखंड क्षेत्र के एड़ादोन के समीप कोयल नदी के किनारे वर्ष 2017-18 में लगभग चार करोड़ रुपये की लागत से आइटीआइ की पढ़ाई शुरू कराने के उद्देश्य से भवन का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा दो कंपनियों के माध्यम से किया गया था. भवन का निर्माण संवेदक द्वारा पूर्ण कर विभाग को हस्तांतरित भी कर दिया गया लेकिन निर्माण के छह वर्ष बाद भी आइटीआइ कॉलेज में पढ़ाई प्रारंभ नहीं हो पायी है. भवन अब असामाजिक तत्वों का अड्डा बनता जा रहा है. शरारती तत्वों द्वारा भवन में लगी खिड़की और दरवाजों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है. देखरेख के अभाव में भवन जर्जर अवस्था में पहुंच गया है. अगर आइटीआइ की पढ़ाई शुरू हो जाती तो अब तक कई विद्यार्थियों का भविष्य संवर सकता था, लेकिन पढ़ाई शुरू नहीं होने से युवाओं की प्रतिभा कुंठित हो रही है. एड़ादोन के समीप बने इस भवन का फिलहाल कोई उपयोग नहीं हो रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार युवाओं और छात्रों के लिए योजनाएं तो लाती है, लेकिन कहां चूक हो जाती है यह समझ में नहीं आता. आखिर करोड़ों रुपये खर्च करने का क्या फायदा जब उसका उद्देश्य ही पूरा न हो. कैरो प्रखंड के छात्र-छात्राओं और अभिभावकों में उम्मीद जगी थी कि बच्चों को उच्च शिक्षा मिलेगी, लेकिन सभी उम्मीदें अधूरी रह गयी.
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