नारायणपुर प्रखंड कार्यालय में पानी-शौचालय की कमी से लोग परेशान

निकेश सिन्हा, नारायणपुर. प्रखंड कार्यालय इन दिनों अपनी जर्जर व्यवस्था और कुप्रबंधन से क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.

By JIYARAM MURMU | December 9, 2025 8:51 PM

निकेश सिन्हा, नारायणपुर. प्रखंड कार्यालय इन दिनों अपनी जर्जर व्यवस्था और कुप्रबंधन से क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. कार्यालय में आने वाले कर्मचारी हो या आमजन, सभी मूलभूत सुविधाओं की कमी से परेशान हैं. पेयजल की उपलब्धता तक सुनिश्चित नहीं है. वहीं शौचालय की बदहाली और गंदगी से लोगों का कार्यालय में बैठना या कुछ पल ठहरना भी मुश्किल हो जाता है. साफ-सफाई की स्थिति इतनी दयनीय है. लोग नाक बंद कर के भीतर प्रवेश करने को मजबूर हैं. कार्यालय में काम कर रहीं महिला कर्मियों की स्थिति ओर भी अधिक गंभीर है. नाम न छापने की शर्त पर एक महिला कर्मी ने बताया कि उन्होंने अपने नौकरी जीवन में कई प्रखंडों में कार्य किये हैं, लेकिन नारायणपुर जैसी अव्यवस्था कहीं नहीं देखी. कहा न तो यहां साफ पेयजल मिलता है और न ही शौचालय की उपयोग लायक व्यवस्था है. रोजमर्रा के कामकाज के दौरान काफी परेशानी होती है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. कार्यालय परिसर में गंदगी की इतनी भयावह स्थिति है कि कई बार कर्मचारी व आमजन काम छोड़कर घर लौटने को मजबूर हो जाते हैं. शौचालयों की सफाई महीनों से नहीं हुई है, जबकि पेयजल व्यवस्था ठप होने से लोग निजी खर्च पर पानी की बोतलें खरीदने को विवश हैं. सबसे बड़ी विडंबना यह है कि प्रखंड कार्यालय में जिम्मेदार अधिकारियों की उपस्थिति भी नियमित रूप से नहीं हो पाती. बीडीओ, सीडीपीओ और एमओ जैसे तीन महत्वपूर्ण पदों का दायित्व इस समय एक ही पदाधिकारी के पास है, जिससे कार्यालय संचालन पूरी तरह प्रभावित हो रहा है. अधिकारी के अत्यधिक व्यस्त रहने और फील्ड कार्यों में लगे रहने के कारण कार्यालय का प्रशासनिक कार्य लगभग भगवान भरोसे चल रहा है. प्रखंड कार्यालय में पानी, शौचालय और साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि यह शासन-प्रशासन की उदासीनता की भी शर्मनाक तस्वीर पेश करता है. प्रतिदिन सैकड़ों लोग सरकारी कार्यों के लिए प्रखंड कार्यालय आते हैं, लेकिन अव्यवस्थाओं के कारण उन्हें खड़े-खड़े घंटों तक इंतजार करना पड़ता है. ग्रामीणों और कर्मचारियों ने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर स्थिति सुधारने की मांग की है. – क्या कहते हैं प्रभारी बीडीओ मामला मेरे संज्ञान में आया है. साफ-सफाई कर व्यवस्था दुरूस्त की जायेगी. पेयजल की व्यवस्था है. उसे और दुरूस्त किया जायेगा. साफ-सफाई के लिए विशेष दिशा-निर्देश संबंधितों को दिया जायेगा. – देवराज गुप्ता, सीओ सह प्रभारी बीडीओ

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