टाटा मोटर्स ने महिलाओं को सौंपी पूरी असेंबली लाइन की जिम्मेदारी

Tata Motors | जमशेदपुर, अशोक झा: टाटा मोटर्स ने लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए अपने जमशेदपुर प्लांट में एक पूरी तरह से महिला-संचालित असेंबली लाइन की शुरुआत की है. शुक्रवार को प्लांट-3 में स्थित एलपी ट्रिम लाइन का उद्घाटन हुआ, जिसे अब पूरी तरह से महिला कर्मचारियों […]

By Dipali Kumari | September 5, 2025 2:24 PM

Tata Motors | जमशेदपुर, अशोक झा: टाटा मोटर्स ने लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए अपने जमशेदपुर प्लांट में एक पूरी तरह से महिला-संचालित असेंबली लाइन की शुरुआत की है. शुक्रवार को प्लांट-3 में स्थित एलपी ट्रिम लाइन का उद्घाटन हुआ, जिसे अब पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा संभाला जायेगा. इस कदम को कंपनी में विविधता और समावेशन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.

प्लांट हेड, यूनियन अध्यक्ष, महामंत्री ने किया उद्घाटन

महिला-संचालित असेंबली लाइन का उद्घाटन टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट के हेड सुनील तिवारी, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद, महामंत्री आरके सिंह, डिवीजन हेड किरण नरेंद्रन, और एचआर हेड प्रणव कुमार ने संयुक्त रूप से किया.

दोस्ताना माहौल में अनुशासन और सुरक्षा मानकों का रखे ख्याल : प्लांट हेड

उद्घाटन के बाद, प्लांट हेड सुनील तिवारी ने महिला कर्मियों से संवाद किया और उन्हें कार्यस्थल पर सुरक्षा (सेफ्टी) और काम करने के तरीकों के बारे में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिया. उन्होंने टीम को प्रोत्साहित करते हुए दोस्ताना माहौल में अनुशासन और सुरक्षा मानकों को सर्वोपरि मानते हुए अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया. वहीं छोटी मोटी सुधार करने का भी लाइन इंचार्ज को निर्देश दिया. उन्होंने तमाम महिला कर्मियों को दोस्ताना माहौल में अनुशासन और सुरक्षा मानकों को सर्वोपरि मानते हुए लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया.

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महिलाएं उम्मीदों पर पूरी तरह से खरी उतरेंगी : महामंत्री

यूनियन के महामंत्री आरके सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे प्रबंधन की दूरदर्शी सोच बताया. उन्होंने कहा कि यह कदम लैंगिक भेदभाव को दूर करने की दिशा में एक उत्कृष्ट उदाहरण है. उन्होंने विश्वास जताया कि महिला कर्मचारी प्रबंधन की उम्मीदों पर पूरी तरह से खरी उतरेंगी और समय-समय पर खुद आकर काम का मुआयना करेंगे. उन्होंने महिलाओं की क्षमताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारी बहनें जमीन से लेकर अंतरिक्ष तक अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर यह साबित कर चुकी हैं कि अवसर मिलने पर वे कुछ भी कर सकती हैं. आरके सिंह ने महिला कर्मियों से एक साल के भीतर एक भी दुर्घटना न होने का लक्ष्य बनाकर काम करने का आग्रह किया, ताकि वे दूसरों के लिए एक मिसाल पेश कर सकें.

सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए करें काम: अध्यक्ष

अध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद ने भी महिला कर्मियों पर अपना पूरा विश्वास जताते हुए कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि वे इस लाइन को सुचारू रूप से चलायेगी. उन्होंने कहा, “पहले भी हमारी बहनें साथ में काम करती थीं, लेकिन अब पूरी लाइन का संचालन खुद करेंगी, यह एक बड़ी बात है. उन्होंने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सतर्कता के साथ काम करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल टाटा मोटर्स में महिला कर्मचारियों के लिए नए अवसर पैदा करेगा, बल्कि औद्योगिक क्षेत्र में लैंगिक समानता के लिए एक सकारात्मक संदेश भी देगा.