ब्रह्मानंद नारायणा हॉस्पिटल में सीआरटी-डी इम्प्लांटेशन प्रक्रिया रही सफल

CRT-D implantation procedure successful

By Prabhat Khabar | April 24, 2024 10:59 PM

हृदय की पंपिंग क्रिया में कमी के कारण मरीज को सांस लेने में हो रही थी कठिनाई

जमशेदपुर.

ब्रह्मानंद नारायणा हॉस्पिटल, तमोलिया में सीआरटी-डी इम्प्लांटेशन प्रक्रिया सफल रही. यह उपलब्धि कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में उच्चतम गुणवत्ता वाली हृदय देखभाल और जटिल प्रक्रियाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है. इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ अखलाक अहमद ने 44 वर्षीय विनोद कुमार शर्मा (बदला हुआ नाम) का सफल ऑपरेशन किया, जिन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी. इसके कारण परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे थे. हॉस्पिटल में कंसल्टेंट-इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ अखलाक अहमद ने हृदय की समस्याओं के आकलन के लिए एंजियोग्राम जांच की सलाह दी. जांच के बाद एंजियोग्राम से धमनीविस्फार जैसी रक्त प्रवाह की समस्याओं का पता चला कि सांस लेने में तकलीफ के अलावा मरीज पूरी तरह से स्वस्थ थे और कोई अन्य बीमारी नहीं थी, जबकि हृदय की पंपिंग क्रिया (एलइवीएफ लगभग 20 प्रतिशत) कम थी. हृदय की कम पंपिंग कार्यप्रणाली को देखते हुए मरीज को बेहतर परिणाम के लिए सीआरटी-डी प्रत्यारोपण किया गया. इसके बाद मरीज को शिकायत से राहत मिली. एक दिन बाद ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.

डॉ अहमद के अनुसार सीआरटी-डी इम्प्लांटेशन के सामान्य लक्षण क्रमशः ऊंचाई तक चलने में असमर्थता, थकान, पसीना और सांस फूलना हैं. डॉ अहमद ने बताया कि सीआरटी-डी इम्प्लांट लोकल एनेस्थीसिया में की जाने वाली एक डे केयर प्रक्रिया है. इसके लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल टीम के साथ विशेषज्ञता और अनुभव की आवश्यकता होती है. सीआरटी-डी इम्प्लांटेशन का सबसे आम कारण कंजेस्टिव हृदय विफलता (जिसे हृदय विफलता भी कहा जाता है) एक गंभीर स्थिति है. कार्डियोमायोपैथी, दिल की मांसपेशियों की एक गंभीर बीमारी है. इसमें दिल की मांसपेशियां फैलने के साथ-साथ मोटी या कठोर हो जाती हैं. इस स्थिति में दिल के रक्त को शरीर के बाकी हिस्सों तक पहुंचाने में दिक्कत होती है, जिससे दिल की विफलता के लक्षण दिखाई देते हैं, जो विस्तारित कार्डियोमायोपैथी के कारण बहुत कम पंपिंग फंक्शन के साथ होता है. इस समस्या में अंतिम उपचार हृदय प्रत्यारोपण है, लेकिन सीआरटी-डी प्रत्यारोपण ने हृदय के पंपिंग कार्य को बढ़ाकर और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करके कई लोगों की जान बचायी है. फेसिलिटी डायरेक्टर विनीत राज ने कहा कि ब्रह्मानंद नारायणा हॉस्पिटल सभी हृदय संबंधी नवीनतम और आधुनिक बुनियादी ढांचे से सुसज्जित है.

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