महागठबंधन का नेता तय नहीं, जनवरी के अंत तक हो जायेगा सीटों का बंटवारा, जमशेदपुर में JVM नेता का बयान

जमशेदपुर : झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने कहा है कि विपक्षी महागठबंधन का नेता अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि, उन्होंने कहा कि जनवरी के अंत तक गठबंधन के सहयोगी दलों में सीटों का बंटवारा हो जायेगा. अभय सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निमंत्रण पर उनके […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 19, 2019 9:59 AM

जमशेदपुर : झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने कहा है कि विपक्षी महागठबंधन का नेता अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि, उन्होंने कहा कि जनवरी के अंत तक गठबंधन के सहयोगी दलों में सीटों का बंटवारा हो जायेगा.

अभय सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निमंत्रण पर उनके आवास पर गुरुवार को बैठक हुई. बैठक में झाविमो की अोर से केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अौर वे (अभय सिंह) बैठक में शामिल हुए थे. बैठक में गठबंधन को लेकर चर्चा हुई अौर किसके नेतृत्व में गठबंधन चुनाव लड़ेगा यह तय नहीं हुआ.

उन्होंने मीडिया पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया. कहा कि महागठबंधन हो, इसके लिए सभी दलों में सहमति बन चुकी है. सभी मिल कर भाजपा के विरुद्ध मजबूती से लोकसभा-विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.

श्री सिंह ने कहा कि झाविमो का प्रत्येक कार्यकर्ता गठबंधन के पक्ष में है, लेकिन गठबंधन का नेता चुन लिया गया है, यह कहना गलत है. उन्होंने कहा कि 30-31 जनवरी तक गठबंधन के तहत सीटों का बंटवारा होगा.

झाविमो नेता ने कहा कि उनकी पार्टी पांच लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है. अभय सिंह ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व के साथ बैठक होगी. उसके बाद ही तय होगा कि किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाये.

एक साल में लीज नहीं मिली, तो सब-लीज कहां से

अभय सिंह ने कहा कि लीज बंदोबस्ती को लेकर कैबिनेट की बैठक में लिये गये निर्णय से भ्रम की स्थिति है. कैबिनेट की बैठक में सब-लीज का अधिकार देने की बात कही गयी है. उन्होंने कहा कि लीज बंदोबस्ती के निर्णय के एक साल होने को हैं. एक साल में किसी को भी लीज नहीं दिया गया, फिर सब-लीज देने की बात कहां से हो रही है. अभय सिंह ने कहा कि सब-लीज देने का निर्णय चुनावी शिगूफा मात्र है.

चुनावी फायदा के लिए धालभूमगढ़ एयरपोर्ट का शिलान्यास

अभय सिंह ने कहा कि धालभूमगढ़ एयरपोर्ट का शिलान्यास आगामी लोकसभा चुनाव में वोट की राजनीति के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद किसी योजना का शिलान्यास किया जाता है, लेकिन धालभूमगढ़ एयरपोर्ट में अभी तक कुछ नहीं हुआ है. लोकसभा चुनाव में लोगों को दिग्भ्रमित करने अौर वोट बटोरने की राजनीति के तहत शिलान्यास किया जा रहा है.

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