जमशेदपुर : चार दिन पहले सड़क पर दिया जुड़वां बच्चे को जन्म, अब छीनने पहुंचे लोग

त्रिलोचन सिंह, जमशेदपुर : पत्ता बेचकर गुजारा करने वाली सुनीता कर्मकार ने साकची पत्ता मार्केट में सड़क पर ही 23 दिसंबर की रात जुड़वां बच्चों (एक लड़का व एक लड़की) को जन्म दिया. प्रसव के बाद सुनीता की स्थिति बिगड़ने पर उसे एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन बुधवार रात अस्पताल से बच्चों को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 28, 2018 4:46 AM
त्रिलोचन सिंह, जमशेदपुर : पत्ता बेचकर गुजारा करने वाली सुनीता कर्मकार ने साकची पत्ता मार्केट में सड़क पर ही 23 दिसंबर की रात जुड़वां बच्चों (एक लड़का व एक लड़की) को जन्म दिया. प्रसव के बाद सुनीता की स्थिति बिगड़ने पर उसे एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया.
लेकिन बुधवार रात अस्पताल से बच्चों को महिला से छीनने का प्रयास किया गया. रात करीब 10 बजे दो अज्ञात पुरुषों ने बच्चा छीनकर ले जाने की कोशिश की.
उसके एक घंटे बाद दो अज्ञात महिलाओं ने भी इसी तरह का प्रयास किया. हालांकि शोरगुल होने पर सजग हुई वार्ड अटेंडर ने सुरक्षाकर्मियों की मदद से दोनों बार उन महिला-पुरुषों को भगा दिया. मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी गयी है.
घटना की जानकारी पुलिस को नही दी गयी है. गुरुवार को इसका पता चलने के बाद चाइल्डलाइन टीम अस्पताल पहुंची और घटना की जानकारी ली. सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष पुष्पारानी तिर्की को भी सूचना दी. चाइल्ड लाइन को चिकित्सकों ने जानकारी दी कि नवजात कमजोर हैं इसलिए कुछ दिनों तक अस्पताल में इलाज चलेगा.
कुछ माह पहले पति की हो चुकी है मौत
सुनीता कर्मकार ने बताया कि उसके पति की कुछ माह पूर्व मौत हो चुकी है. वह साकची संजय मार्केट के पास पत्ता बेचने का काम करती है और वहीं पर चौकी में अपनी 10 वर्ष की बेटी साथ सो जाती है. 23 दिसंबर की रात उसे प्रसव पीड़ा हुई. उसने दस बजे एक बच्चे और सुबह तीन बजे दूसरे बच्चे को जन्म दिया.
दो बच्चों को जन्म देने के बाद सुनीता की स्थिति बिगड़ गयी. 24 दिसंबर को नवजातों और उसकी मां सुनीता को उसकी बहन सुमित्रा एमजीएम अस्पताल ले गयी. बच्चा वार्ड के बेड नंबर 22 पर भर्ती कर लिया गया.
साकची
अटेंडर ने गार्ड की मदद से बच्चा लेने आये लोगों को भगाया
23 दिसंबर की रात हुआ था पार्वती कर्मकार का प्रसव, बहन ने स्थिति गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराया
बीती रात दस बजे दो पुरुष आये. बच्चों को ले जाने का प्रयास किया. शोर मचाने पर दोनों भाग गये. एक घंटे के बाद दो महिलाएं पहुंची. वे भी बच्चा को ले जाना चाहती थी. वार्ड अटेंडर ने सुरक्षागार्ड की मदद से दोनों महिलाओं को बाहर निकाला.
सुनीता कर्मकार

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