गिरिडीह में फेंकी मिली मरीजों को दी जाने वाली लाखों रूपये की दवाइयां, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

Giridih: गिरिडीह में मरीजों को बांटी जाने वाली लाखों रूपये की दवाइयां सड़क पर फेंकी मिली है. इनमें बिना एक्सपायरी के वैक्सीन, इंजेक्शन, टेबलेट, कैप्सूल सहित कई दवाइयां शामिल हैं. मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.

By Rupali Das | May 5, 2025 8:21 AM

गिरिडीह, रामकृष्ण सिन्हा: झारखंड के गिरिडीह से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां मरीजों को बांटी जाने वाली लाखों रूपये की दवा सड़क पर फेंकी मिली. मामला जिले के राजधनवार (Giridih) का है. जानकारी के अनुसार, रविवार को धनवार सरिया मार्ग के धनवार और बिरनी प्रखण्ड की सीमा पर मरीजों के बीच बांटी जाने वाली लाखों की जीवनरक्षक दवा को फेंक दिया गया. मामले की जानकारी जब स्थानीय लोगों ने उपायुक्त को दी, तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.

झारखंड की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

स्थानीय प्रशासन को दी गयी सूचना

बताया जा रहा है कि मामले की जानकारी मिलने पर श्रीरामडीह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अंसारी भाई और पंचायत समिति सदस्य भीमदेव यादव मौके पर पहुंचे. यहां उन्होंने पूरे मामले का मुआयना किया. मुखिया प्रतिनिधि और पंचायत समिति सदस्य ने देखा कि बिना एक्सपायरी के वैक्सीन, इंजेक्शन, टेबलेट, कैप्सूल सहित लाखों रूपये कई दवाइयां सड़क पर फेंकी हुई थी. आसपास के लोगों ने मामले के संबंध में स्थानीय प्रशासन को सूचना दी.

मामले की हो बारीकी से जांच

इधर, मामले की जानकारी मिलने पर सीआई रामलखन मिस्त्री,परसन ओपी के पुलिस कर्मी और अस्पताल कर्मी एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे. इसके बाद वहां फेंकी गई दवाओं को उन्होंने एंबुलेंस में लादा और धनवार ले आयी. इसे लेकर मुखिया प्रतिनिधि अंसारी भाई ने बताया कि लगभग दस बोरा से भी अधिक दवा फेंकी गई थी. वहीं, इस बाबत चिकित्सा प्रभारी डॉ इंदुशेखर से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह धनवार ब्लॉक की दवा नहीं है. सीएस को इसकी बारीकी से जांच करनी चाहिए. उन्होंने इस तरह दवाइयों के फेंके जाने को गलत बताया है.

इसे भी पढ़ें

साहिबगंज में नकाबपोश अपराधियों ने की दुकानदार की हत्या, दुकान में घुसकर मारी गोली

Deoghar News: सारठ में सड़क दुर्घटना के बाद बवाल, क्रशर प्लांट के गोदाम और ट्रैक्टर को फूंका, देखें Video

झारखंड के इस जिले में मलेरिया का सबसे ज्यादा खतरा, 3 जिलों का एपीआई 3 से अधिक

सरायकेला मामले में बाबूलाल मरांडी ने दी आंदोलन की चेतावनी, क्या है पूरा मामला