Giridih News :बिरनी में मुहर्रम पर दिखता है सांप्रदायिक सौहार्द
Giridih News :बिरनी प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर सिमराढाब पंचायत के नवादा गांव में हिंदुओं के द्वारा आठ पीढ़ी से, पेशम रॉय टोला में तीन पीढ़ी से व पूर्णानगर में भी कई पीढ़ी से मुहर्रम त्योहार पर ताजिया लगाया जाता है. इतना ही नहीं, द्वितीया का चांद दिखने के बाद से ही हिंदू परिवार की महिलाएं सिंदूर व पुरुष मांस मंदिरा का त्याग कर देते हैं. नवादा गांव के ग्रामीण वरुण यादव, दामोदर यादव, चंद्रदेव यादव, बासुदेव यादव, संजय यादव, मोहन यादव, नारायण यादव समेत अन्य ने बताया कि गांव की आबादी लगभग 600 है.
नवादा, पूर्णानगर, पेशम राय टोला में हिंदू परिवार वर्षो से लगा रहा है मुहर्रम में ताजिया
मुहर्रम के दौरान हिंदू महिलाएं सिंदूर व पुरुष मांस मंदिरा का करतीं हैं त्याग
बिरनी प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर सिमराढाब पंचायत के नवादा गांव में हिंदुओं के द्वारा आठ पीढ़ी से, पेशम रॉय टोला में तीन पीढ़ी से व पूर्णानगर में भी कई पीढ़ी से मुहर्रम त्योहार पर ताजिया लगाया जाता है. इतना ही नहीं, द्वितीया का चांद दिखने के बाद से ही हिंदू परिवार की महिलाएं सिंदूर व पुरुष मांस मंदिरा का त्याग कर देते हैं. नवादा गांव के ग्रामीण वरुण यादव, दामोदर यादव, चंद्रदेव यादव, बासुदेव यादव, संजय यादव, मोहन यादव, नारायण यादव समेत अन्य ने बताया कि गांव की आबादी लगभग 600 है. यहां एक ही यादव परिवार के लोग रहते हैं. बताया जाता है कि गांव में वर्षो पूर्व मुस्लिम परिवार रहा करते थे, जो किसी कारणवश गांव को छोड़कर चले गये. इसके बाद गांव के पूर्वजों को स्वप्न मिलने लगा व गांव में विपदा आने लगी. इसे देखते हुए हमारे पूर्वजों ने मुहर्रम पर ताजिया लगाना शुरू किया. इसके बाद गांव में आयी विपदा टल गयी. इसी परंपरा को निभाते हुए आठ पीढ़ी से ग्रामीण ताजिया लगा रहे हैं.मौलवी पढ़ते हैं नमाज
लोगों ने कहा कि सबसे पहले मैना साईं, उसके बाद मुन्ना साईं और अब इस्लाम साईं के द्वारा तीन पीढ़ियों से नमाज पढ़ी जा रही है. वहीं, पेशम राय टोला में भी तीन पीढ़ी से मुहर्रम का ताजिया लगाया जा रहा है. कहा जाता है कि सबसे पहले ठाकुर टीपनारायण सिंह ने ताजिया लगाया था. उनके मरणोपरांत उनके पुत्र स्व ठाकुर दिलीप नारायण सिंह इसे लगाने लगे. उनकी मृत्यु होने पर उनके पौत्र बाबूमनी सिंह उर्फ ठाकुर नारायण सिंह ताजिया लगा रहे हैं. इसी तरह से पूर्णानगर में भी हिंदू परिवार के राय परिवार भी मुहर्रम पर ताजिया लगाता है, जो हिंदू मुस्लिम के बीच सद्भभावना को दिखाता है.
जगबंदी में शामिल होते हैं हिंदू युवक
मुहर्रम के दौरान जो लोग मन्नत मांगते हैं और उनकी मनोकामना पूर्ण होने पर वे जगबंधया करते हैं. इसमें गांव के ही दर्जनों युवक शामिल होते हैं. लोगों ने कहा कि मुहर्रम पर्व हिंदू मुस्लिम सद्भावना को दर्शाता है. इसे लेकर लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है. पेशम पंचायत के पूर्व मुखिया सह भाजपा नेता टुपलाल वर्मा ने कहा कि हिंदू परिवार के द्वारा मुहर्रम का ताजिया पूर्वजों से लगाया जा रहा है, जो भाईचार का संदेश देता है. यह परंपरा आगे भी जारी रहेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
