ग्रामीणों ने बनाया जनशक्ति समूह, गरीबों को बिना ब्याज मिल रहा ऋण

रमकंडा में साहूकारी शोषण के खिलाफ ग्रामीणों की अनोखी पहल

By Akarsh Aniket | December 15, 2025 9:13 PM

रमकंडा में साहूकारी शोषण के खिलाफ ग्रामीणों की अनोखी पहल मुकेश तिवारी, रमकंडा रमकंडा के कुशवार गांव से एक अनोखी पहल की खबर सामने आयी है. यहां के ग्रामीणों ने साहूकारों द्वारा अत्यधिक ब्याज और प्रताड़ना से परेशान होकर जनशक्ति नामक समूह का गठन किया है. अब गांव के लोग इसी समूह के माध्यम से जरूरत के अनुसार ऋण ले सकेंगे. समूह में केवल गांव के निवासी ही शामिल होंगे और प्रत्येक सदस्य से मासिक 500 रुपये शुल्क जमा कराने का नियम बनाया गया है. योजना के तहत ग्रामीणों के आवेदन और उनकी जरूरत का आकलन करने के बाद बिना ब्याज ऋण उपलब्ध कराया जायेगा. बताया गया कि इसका विस्तार जल्द ही बलिगढ़ पंचायत तक किया जायेगा. प्रताड़ित करने वाला साहूकार जेल में पिछले महीने गांव के लोगों ने साहूकार की प्रताड़ना से परेशान होकर गढ़वा के उपायुक्त दिनेश कुमार यादव से शिकायत की और रमकंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. साहूकार ने गांव वालों को ऋण के एवज में जमीन हड़पने का दबाव बनाया था. वर्तमान में साहूकार जेल में बंद है. कोष में दो लाख जमा, आधा दर्जन गरीबों को ऋण समूह ने अब तक कोष में दो लाख रुपये जमा कर लिए हैं और ग्रामीणों की आवश्यकताओं के आधार पर लगभग आधा दर्जन गरीबों को 25 हजार रुपये से अधिक की सहायता प्रदान की है. गांव में इस पहल में तेजी से लोगों की भागीदारी बढ़ रही है. ग्रामीणों की समस्या का हो रहा समाधानः श्यामदेव समूह के पदधारी कुशवार गांव के श्यामदेव सिंह ने बताया कि साहूकार की प्रताड़ना ने ऐसे कार्य करने की सोंच पैदा की. जिसते बाद कुछ लोगों के साथ बैठक के बाद समूह का गठन कर दिया गया. अब लोग इसमें जुड़ रहे हैं और गरीबों को समूह में जमा पैसे से ऋण दिया जा रहा. इससे ग्रामीणों की समस्या का समाधान हो रहा है. बेटी के इलाज के लिए राजेंद्र में मिली समूह से सहायत कुशवार गांव के राजेंद्र कोरवा ने बताया कि उसकी बेटी को पिछले दिनों सांप ने काट लिया था. उसके पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे. ऐसे में इस समूह में आवेदन देने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए समूह ने उन्हें इलाज के लिए तत्काल 12 हजार की मदद दी. बताया की एक दो महीने के अंदर मूलधन राशी समूह को लौटानी है. लेकिन कोई ऋण नहीं देना है. ऐसे में यह समूह गांव के गरीबों के लिए वरदान है. सुनील नायक को मिला 10 हजार रुपये का सहयोग कुशवार गांव के सुनील नायक को भी समूह ने 10 हजार की मदद की है. सुनील का परिजन बीमार था और उसके पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे. उसने समूह के लोगों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद समूह ने इसकी जांच की और उसे 10 हजार की मदद की. सुनील ने बताया कि समूह ने उनके लिए काम किया है. जल्द ही यह पैसा लौटा दूंगा. इसी तरह समूद ने बबलू राम को चार हजार और रविन्द्र को पांच हजार पांच सौ रुपये देकर सहायता की है.

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