गढ़वा में आभा कार्ड निर्माण की रफ्तार धीमी, 37 प्रतिशत लक्ष्य ही पूरा
गढ़वा में आभा कार्ड निर्माण की रफ्तार धीमी, 37 प्रतिशत लक्ष्य ही पूरा
गढ़वा़ गढ़वा जिले में आभा कार्ड (आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट कार्ड) बनाने की प्रक्रिया सुस्त रफ्तार से चल रही है. जिला स्वास्थ्य विभाग के लिए यह स्थिति चिंता का विषय बन गयी है. विभाग अब इस अभियान में तेजी लाने के लिए नयी कार्ययोजना पर काम शुरू कर चुका है. योजना के तहत ग्रामीण स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लोगों को आभा कार्ड से जोड़ने की तैयारी की गयी है. आंकड़ों के अनुसार, गढ़वा जिले में कुल 13,22,784 लोगों का आभा कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके विरुद्ध अब तक सिर्फ 4,89,096 लोगों के कार्ड ही बन पाये हैं, जो कुल लक्ष्य का मात्र 36.97 प्रतिशत है. इस पर गति लाने के लिए हाल ही में उपायुक्त दिनेश यादव की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी, जिसमें कार्ड निर्माण की धीमी प्रगति पर गंभीर चर्चा हुई. बैठक में यह तय किया गया कि गांव-गांव अभियान चलाकर और अन्य विभागों के सहयोग से लक्ष्य को जल्द पूरा किया जायेगा. डिजिटल कार्ड से मिलेगी सुविधा आभा कार्ड बनने के बाद लोगों को अस्पतालों में पर्ची लेकर घूमने की जरूरत नहीं होगी. यह एक डिजिटल हेल्थ कार्ड होगा, जिसमें मरीज का पूरा स्वास्थ्य रिकॉर्ड (मेडिकल हिस्ट्री) दर्ज रहेगा. इससे इलाज में पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी तथा कागज रहित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होगी. क्या कहते हैं सिविल सर्जन सिविल सर्जन डॉ जान एफ केनेडी ने बताया कि कार्ड निर्माण में जो भी तकनीकी या प्रक्रिया संबंधी त्रुटियां आ रही हैं, उन्हें दूर करने का निर्णय लिया गया है. उपायुक्त दिनेश यादव के निर्देश पर अन्य विभागों के सहयोग से समन्वय स्थापित कर इस कार्य को तीव्र गति से आगे बढ़ाया जायेगा.
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