jharkhand by election : झामुमो प्रत्याशी को जब मां-बाप, भैया-भाभी वोट नहीं देंगे, तो किस नजरों से वोट मांग रहे : बाबूलाल मरांडी

भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सोरेन परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि झामुमो प्रत्याशी को तो उनके घरवाले भी वोट नहीं देंगे.

By Prabhat Khabar | November 2, 2020 4:01 AM

दलाही : भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सोरेन परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि झामुमो प्रत्याशी को तो उनके घरवाले भी वोट नहीं देंगे. आज तक शिबू सोरेन परिवार यहां का वोटर नहीं बना. इस परिवार को दुमका ने इतनी उंचाई तक पहुंचाया, पर इन्हें यहां का वोटर बनने में भी शर्म महसूस हुआ. जबकि यह खानदान यहां से एमएलए-एमपी बनाने का काम करता रहा.

आज इस खानदान का कोई रांची तो कोई बोकारो का वोटर है, दुमका का नहीं. दुमका में तो केवल इनलोगों ने गेस्टहाउस बनाकर रखा है. कैसा प्रत्याशी है, उसे उनकी भाभी, न भैया, न पिता न मां वोट डालेंगे. जब घर के लोग वोट नहीं देंगे, तो किस नजरों से वोट मांग रहे हैं. जब यहां का वोटर बनना सोरेन परिवार ने पसंद नहीं किया, तो दुमका की जनता वोट देना क्यो पसंद करेगी. मसलिया के हाईस्कूल मैदान में रविवार को एनडीए प्रत्याशी डॉ लुइस मरांडी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झामुमो यहां के लोगों से डुगडुगी बजवाने व झंडा ढुलाने का काम करती रही है.

आदिवासी युवा शिक्षित हो ये हेमंत सोरेन की मंसा नहीं है. आदिवासी का वोट लेकर उन्हें ही ठगने का काम करते हैं. कहा कि शिबू सोरेन ने झारखंड राज्य नही लिया, नरसिम्हा राव से साढ़े तीन करोड़ रूपये ले लिया और झामुमो वाले कहते हैं झारखंड राज्य झामुमो ने अलग कराया. शिबू सोरेन लड़े थे,लेकिन राज्य अलग नही करा सके थे. दुमका की जनता ने 1998 में भाजपा का सांसद बनाकर भेजा और केंद्र में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार बनी, तो राज्य को अलग कराया. दुमका सीट के जीत से ही झारखंड की दशा बदलेगी.

posted by : sameer oraon

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