धनबाद में बड़ा हादसा टला! खरनी ओवरब्रिज का स्लैब टूटा, बाल बाल बचे पुल के नीचे से गुजर रहे लोग

Dhanbad Bridge Collapse: धनबाद के राजगंज में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा टल गया. एनएच 19 पर स्थित खरनी ओवरब्रिज का स्लैब टूटकर नीचे गिर गया. हादसे के वक्त नीचे से गुजर रहे लोग बाल-बाल बचे. पांच साल में ही पुल के धंस जाने से निर्माण गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं.

By Sameer Oraon | November 13, 2025 5:38 PM

Dhanbad Bridge Collapse, धनबाद (सुबोध चौरसिया, राजगंज): धनबाद के राजगंज स्थित एनएचएआई 19 (कोलकाता-दिल्ली सिक्स लेन सड़क मार्ग) पर गुरुवार सुबह बड़ा हादसा टल गया. दरअसल हुआ ये कि थाना क्षेत्र में स्थित खरनी ओवरब्रिज का दाहिना (आरएच) हिस्सा अचानक क्षतिग्रस्त हो गया. पुल के नीचे का स्लैब टूटकर सीधे नीचे गिर गया, जिससे ऊपर की सतह पर बड़ा गड्ढा बन गया. यह घटना सुबह करीब सात से साढ़े सात बजे के बीच की बतायी जा रही है. हादसे के वक्त कुछ वाहन और राहगीर पुल के नीचे से गुजर रहे थे, लेकिन वे बाल-बाल बच गये. हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गयी. स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस और सड़क निर्माण विभाग को दी.

ओवरब्रिज बंद, वाहनों को डायवर्ट किया गया

सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ओवरब्रिज को फिलहाल बंद कर दिया है. कोलकाता की ओर से आने वाले वाहनों को एप्रोच रोड से होकर निकाला जा रहा है. पुल के दोनों ओर बैरिकेडिंग लगाकर आवागमन रोक दिया गया है.

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पांच साल में पुल हुआ जर्जर, निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवाल

ओवरब्रिज की दीवार पर लगे बोर्ड के अनुसार पुल के ढलाई का काम 28 जून 2019 में पूरा हुआ था. यानि पुल को बने हुए अभी सिर्फ पांच वर्ष ही हुए हैं. इतने कम समय में स्लैब का धंस जाना एनएचएआई और निर्माण कंपनी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण के समय ही गुणवत्ता को लेकर कई शिकायतें हुई थीं, लेकिन उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. अब पुल का हिस्सा धंस जाने से पूरे मार्ग की सुरक्षा पर संदेह पैदा हो गया है.

अशोका बिल्डकॉन कंपनी ने किया था निर्माण

जानकारी के अनुसार, इस ओवरब्रिज का निर्माण कार्य अशोका बिल्डकॉन कंपनी द्वारा किया गया था. घटना के बाद कंपनी और एनएचएआई के इंजीनियरों को मौके पर बुलाया गया है. विशेषज्ञों की टीम नुकसान का आकलन कर रही है.

ग्रामीणों में दहशत, जांच की मांग

घटना के बाद आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने मांग की है कि पुल की पूरी तकनीकी जांच कराई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हों.

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