चितरा में भी ललमटिया व झरिया कोलियरी जैसी स्थिति, दुर्घटना की संभावना

चितरा में भू-धंसान की त्रासदी की संभावना

By SANJAY KUMAR RANA | September 20, 2025 9:42 PM

चितरा. चितरा कोलियरी में मजदूर संगठन के रूप में कार्यरत कोलियरी कर्मचारी संघ एवं राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ ने चितरा कोलियरी की सुरक्षा को कई सवाल उठाये हैं. इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उपरोक्त यूनियन के शाखा अध्यक्ष चांदो मंडल व शाखा सचिव नवल किशोर राय ने कहा कि चितरा कोलियरी में भी ललमटिया व झरिया जैसी स्थिति बनी हुई है. जिससे यहां कभी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. कहा कि कोलियरी में खान सुरक्षा मानकों के अनुरूप खनन कार्य नहीं किया जा रहा है. चितरा के ओसी व खून खदान के मुहाने पर ओवरबर्डन से बने हाइवाॅल कभी भी स्लाइडिंग कर सकता है, जिससे ललमटिया जैसे बड़ी घटना हो सकती है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि कोलियरी में हाइवाॅल है, बैंच की कोई व्यवस्था नहीं है, फेंसिंग नहीं है, कोलियरी में होल रोड की स्थिति भी ठीक नहीं है. ग्रेडियन मेंटेनेंस नहीं किया जा रहा है. डिवाइडर नहीं है, घुमावदार जगह पर विजिबिलिटी का अभाव है, कभी भी डंपर आपस में टकरा सकती है और दुर्घटना घट सकती है. खदान में समुचित लाइटिंग की व्यवस्था भी नहीं है. साथ ही कहा कि चितरा के ओसी भवानीपुर पैच में अंदर ही अंदर वर्षों से आग लगी हुई है, जिससे लाखों टन कोयला जलकर राख हो रहा है. इससे झरिया जैसी भू-धंसान की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि मजदूरों की शिकायत है कि मशीन व डंपरों का मेंटेनेंस समय पर नहीं किया जाता है. इसके अलावा कोलियरी अस्पताल में जीवन रक्षक दवाइयों का घोर अभाव है. दमगढ़ा खदान के मुहाने पर बसे बाउरी टोला असुरक्षा एवं प्रदूषण से काफी परेशान है. उन्होंने कोलियरी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि खान सुरक्षा पर सवाल उठाने वाले यूनियन को सेफ्टी बोर्ड की बैठक से दूर रखा जाता है. कहा कि इन सभी सवालों को लेकर हमारी यूनियन जल्द ही उग्र आंदोलन करेगी. हाइलार्ट्स : चितरा में जमीन के अंदर के कोयले में लगी आग, धंसने से हो सकते हैं हादसे खान सुरक्षा को लेकर आरसीएमएस ने उठाये सवाल, कहा

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