Buddha Purnima 2023: झारखंड के बाबा धाम और बासुकीनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़, जानें कब तक खुले रहेंगे पट

बुद्ध पूर्णिमा पर देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम और दुमका के बाबा बासुकीनाथ धाम में बड़ी तादाद में श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण करेंगे. अकेले बाबा बैद्यनाथ धाम में ही एक लाख से अधिक भक्तों के पहुंचने की संभावनाएं जतायी जा रही है. ऐसे में बाबा मंदिर के पट के खुलने-बंद होने और पूजा के समय तय किए गए हैं.

By Prabhat Khabar | May 5, 2023 10:02 AM

Buddha Purnima 2023: आज बुद्ध पूर्णिमा है. बुद्ध पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व होता है. यह व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने में मदद करता है. ऐसे में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर में बड़ी तादाद में श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण करेंगे.

बुद्ध पूर्णिमा को लेकर एक लाख से अधिक भक्तों के बाबा धाम पहुंचने की संभावनाएं जतायी जा रही है. ऐसे में पूरे चरणबद्ध तरीके से लोगों को जलापर्ण करवाने की तैयारी है. इसे लेकर मंदिर प्रशासन और बाबा मंदिर थाने की पुलिस भी मुस्तैद है. वहीं, बाबा मंदिर प्रशासन द्वारा कूपन की व्यवस्था भी स्लॉट सिस्टम में जारी करने की तैयारी की गई है. भीड़ को देखते हुए एक-एक घंटे के अंतराल पर कूपन जारी करने की तैयारी है. आइए जानते हैं कि देवघर के बाबा मंदिर के पट आज कब तक खुले रहेंगे और कितने बजे पूजा होगी.

आज बाबा मंदिर का समय सारणी

  • पट खुला : सुबह 4:00 बजे

  • सरदारी पूजा : सुबह 4:20 बजे

  • पट बंद होगा : शाम 4:30 बजे

  • पट खुलेगा: शाम 7:00 बजे

  • शृंगार पूजा: शाम 7:20 बजे

देवघर के साथ-साथ दुमका के बाब बासुकीनाथ मंदिर में भी बुद्ध पूर्णिमा को लेकर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ने की संभावना हैं. सुबह से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है. आज बासुकीनाथ मंदिर का पट सुबह 3 बजे ही खोल दिया गया है. आइए जानते हैं, यहां कितने बजे तक पट खुला रहेगा?

बासुकीनाथ समय सारणी

  • पट खुला : सुबह 3:00 बजे

  • पट बंद होगा: शाम 4:30 बजे

  • पट खुलेगा : शाम: 6:30 बजे

  • पट बंद होगा: रात 10:30 बजे

कहा जाता है कि अगर आप इस दिन किसी कारणवश नदी में स्नान नहीं कर पाते हैं तो जल में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए. साथ ही इस दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार कुछ न कुछ दान अवश्य करना चाहिए. इसके अलावा अगर आपने अनजाने में कोई पाप किया है तो इस दिन शक्कर और तिल का दान करने से इस पाप से मुक्ति मिलती है.

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