Bharat Bandh: झारखंड के कोयला खनन क्षेत्रों में हड़ताल का असर, विरोध प्रदर्शन के साथ कामकाज ठप
Bharat Bandh: झारखंड के कोयला खनन क्षेत्रों में देशव्यापी हड़ताल का असर देखने को मिला. विभिन्न यूनियनों ने हड़ताल को सफल बनाने के लिए चक्का जाम किया और नारेबाजी की. यूनियन प्रतिनिधि इलाके में काम बंद कराते दिखे. इस दौरान केंद्र सरकार के श्रम कानून का विरोध किया गया.
Bharat Bandh | राकेश वर्मा: श्रमिक संगठनों के भारत बंद का असर झारखंड के कई जगहों पर देखने को मिल रहा है. विभिन्न यूनियनों के द्वारा हड़ताल को सफल बनाने के लिए चक्का जाम किया जा रहा है. मंगलवार को राज्य के गोबिंदपुर उत्खनन विभाग (धनबाद) में यूनियन प्रतिनिधि काम बंद कराते दिखे. मालूम हो कि यह इलाका बीसीसीएल (BCCL) के 12 परिचालन क्षेत्रों में से एक है. यह कोयला खनन के लिए जाना जाता है. इस इलाके में चालू और बंद दोनों तरह की खदानें मौजूद हैं.
इन जगहों पर दिख रहा असर
इसके साथ ही गांधीनगर क्षेत्र में भी देशव्यापी औद्योगिक हड़ताल का असर दिख रहा है. बोकारो में स्थित खासमहल कोनार परियोजना और बोकारो कोलियरी में संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने कामकाज ठप कराया. इस दौरान कई जगहों पर तीखी झड़प भी देखने को मिली. हालांकि, इधर बीएमएस के नेता हड़ताल को असफल बता रहे हैं.
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बोकारो थर्मल पावर प्लांट में विरोध प्रदर्शन
बताया गया कि सीसीएल गोविंदपुर परियोजना में भी हड़ताल सफल बोकारो थर्मल पावर प्लांट मेन गेट पर एएमसी-एआरसी मजदूरों ने हड़ताल के समर्थन में प्रदर्शन एवं नारेबाजी की. इस दौरान लोगों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. बंद की कई तस्वीरें निकलकर सामने आयी हैं-
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