मात्र ढाई प्रतिशत हुई गेहूं की खरीद
सरकारी मूल्य पर गेहूं खरीद का अभियान रविवार को समाप्त हो गया.खरीद को लेकर पूरे विभागीय महकमा के जोर देने व अफसरों व कर्मियों को जवाबदेह बनाने के बाद भी मात्र ढाई प्रतिशत अनाज ही किसानों से खरीद जा सका.इसमें भी अधिकांश केंद्रों ने एक छंटाक भी अनाज नहीं खरीद पाया.
प्रतिनिधि,सीवान.सरकारी मूल्य पर गेहूं खरीद का अभियान रविवार को समाप्त हो गया.खरीद को लेकर पूरे विभागीय महकमा के जोर देने व अफसरों व कर्मियों को जवाबदेह बनाने के बाद भी मात्र ढाई प्रतिशत अनाज ही किसानों से खरीद जा सका.इसमें भी अधिकांश केंद्रों ने एक छंटाक भी अनाज नहीं खरीद पाया. रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए जिले में गेहूं खरीद अभियान की प्रक्रिया 1 अप्रैल से शुरू होकर 15 जून को संपन्न हो गया. खरीद की रफ्तार काफी धीमी रही.जिले को राज्य सरकार द्वारा 6560 टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया था. परंतु निर्धारित अवधि तक केवल 149.065 मीट्रिक टन गेहूं की ही खरीद हो सकी, जो कि लक्ष्य का मात्र 2.5 प्रतिशत है.जिला सहकारिता पदाधिकारी सौरभ कुमार ने बताया कि जिले के कुल 40 किसानों से ही गेहूं की खरीद की जा सकी है.खरीद 257 चयनित पैक्स एवं व्यापार मंडलों के माध्यम से की जानी थी, परंतु कई पैक्स पर खरीद की प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो सकी. अधिकांश प्रखंडों में किसान गेहूं बेचने के लिए टर्नअप नहीं हुए. जिससे सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य का भी लाभ किसानों तक नहीं पहुंच सका.ज्ञात हो कि सरकार ने इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया था. जिले में कुल 19 प्रखंड हैं, जिनमें अधिकांश प्रखंडों में केवल इक्का-दुक्का किसान ही खरीद केंद्रों तक पहुंचे.
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