बिहार : सीवान में फूड प्वायजनिंग का कहर, रोजेदार दंपत्ति व नाती की मौत, 7 बीमार
सीवान : बिहार में सीवान के मैरवामें खुशहाली का पर्व ईद के दिन वार्ड नंबर सात में रोजेदार पति-पत्नी व नाती की मौत हो गयी. वहीं परिवार के सात सदस्य बीमार हालत में अस्पताल में भर्ती है. घटना नगर के मिस्करही मुहल्ले की है. इधर दंपति व नाती की मौत के बाद मातमी सन्नाटा पसर […]
सीवान : बिहार में सीवान के मैरवामें खुशहाली का पर्व ईद के दिन वार्ड नंबर सात में रोजेदार पति-पत्नी व नाती की मौत हो गयी. वहीं परिवार के सात सदस्य बीमार हालत में अस्पताल में भर्ती है. घटना नगर के मिस्करही मुहल्ले की है. इधर दंपति व नाती की मौत के बाद मातमी सन्नाटा पसर गया. इस घटना के बाद नगर में कोहराम मच गया. परिजनों की माने तो पानी पीने से वे बीमार पड़े है. वहीं चिकित्सक मौत का कारण फूड प्वायजनिंग मान रहे थे. मृतक इस्राफिल मियां, उनकी पत्नी अकबरी खातून व यूपी के वाराणसी आदमपुर निवासी कलाम अहमद का पुत्र अब्बूतल्हा बताया जाता है.
वहीं, फूड प्वायजनिंग से ग्रसित परिवार के अन्य सात लोगों की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है. इसमें मृतक की विवाहिता बेटियों में गुठनी निवासी बरपलिया गांव निवासी मैन्नूद्दीन अंसारी की पत्नी नइमा खातून, पुत्र समीर व पुत्री शब्बू, बनारस के आदमपुर निवासी कलाम अहमद की पत्नी रोबीना खातून, लालगंज निवासी सैयद इमाम की पत्नी बेबी इमाम व उसका पुत्र शाहिल इमाम, मृतक का इस्राफिल का पुत्र अहमद उर्फ अरमान अली की हालत गंभीर बनी हुयी है. इस घटना से मुहल्ले में ईद की खुशियां काफूर हो गयी है.
बताया जाता है कि मिस्करही मुहल्ला निवासी इस्राफिल (65) का परिवार रमजान माह में रोजा रखा हुआ था. रोज की तरह इस्राफिल का परिवार सेहरी व इफ्तार कर अल्लहा की इबादत में जुटा रहता था. करीब पांच दिन पहले इस्राफिल की तबीयत बिगड़ गयी. पहले परिजनों ने यह सोचा कि रोजा रखने से उनकी तबीयत बिगड़ी है, परंतु इसी बीच उनकी पत्नी अकबरी खातून भी बीमार पड़ गयी. दोनों पति-पत्नी का इलाज शुरू किया गया. अभी दोनों का इलाज ही हो रहा था कि घर में मौजूद विवाहित बेटियां व परिवार के करीब सात अन्य सदस्य भी बीमार पड़ गये.
एक के बाद एक परिवार के दस लोग की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने आरओ प्लांट से आने वाले पानी पर शक किया परंतु वहीं पानी बगल के कई घरों में आने से उनका शक दूसरी ओर चला गया. मुहल्लेवासियों व चिकित्सकों की माने तो सेहरी या इफ्तार के दौरान कोई सामान खाने से उनकी तबीयत बिगड़ी है. इधर परिवार के सभी सदस्यों का इलाज रेफरल अस्पताल में हो रहा था़
इसी बीच इस्राफिल की हालत खराब होता देख दो दिन पहले चिकित्सकों ने उन्हें सीवान रेफर कर दिया. जहां इलाज के दरम्यान शुक्रवार की देर रात इस्राफिल की मौत हो गयी. इधर परिवार के अन्य सदस्यों का इलाज मैरवा रेफरल अस्पताल में चलता रहा. इसी बीच इस्राफिल की मौत की सूचना मिलने के बाद चिकित्सकों ने अकबरी व नइमा को गोरखपुर भेज दिया. वहीं अन्य सात पीड़ितों में से छह को सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. इधर गोरखपुर में इलाज के क्रम में अकबरी खातून की भी मौत शनिवार की सुबह हो गयी. मौत के बाद सीएस डॉ शिवचंद्र झा ने चिकित्सा प्रभारी डॉ आरएन ओझा को जांच के लिए टीम गठित कर भेजा गया है.
क्या कहते है सीएस, एसडीओ ने की जांच
सीएस डॉ शिवचंद्र झा ने बताया कि मौत का ठोस कारण अभी समझ में नहीं आ रहा है. फिलहाल परिजन तो पानी पीने से तबीयत खराब होने की बात कह रहे है. परंतु पानी में अगर खराबी होती तो आसपास के कई लोग बीमार हुए होते है. स्वास्थ्य महकमा इसे फूड प्वायजनिंग मानकर चला जा रहा है. जांच जारी है. घर से नमूना लिया गया है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इधर पति-पत्नी की मौत व सदर अस्पताल में भर्ती अन्य परिजनों को देखने के लिए एसडीओ अमन समीर सदर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने परिजनों से जानकारी ली. इसके बाद सीएस संग स्थलीय जांच के लिए मैरवा रवाना हो गये.
