बिहार : सीवान मंडल कारा में शौच जाने के दौरान बंदी पर हमला, गर्दन काटा

सीवान : बिहार के सीवान में रविवार की सुबह मंडल कारा में शौच जाने के समय दो बंदी आपस में किसी बात को लेकर भीड़ गये. जिसके कारण एक बंदी ने दूसरे बंदी पर तेज धरदार हथियार से हमला कर गर्दन काट दिया. इस घटना होते ही जेल में अफरा तफरी का महौल हो गया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2018 1:44 PM

सीवान : बिहार के सीवान में रविवार की सुबह मंडल कारा में शौच जाने के समय दो बंदी आपस में किसी बात को लेकर भीड़ गये. जिसके कारण एक बंदी ने दूसरे बंदी पर तेज धरदार हथियार से हमला कर गर्दन काट दिया. इस घटना होते ही जेल में अफरा तफरी का महौल हो गया. किसी तरह किसी ने जानकारी जेल अधीक्षक को दिया. जिसके बाद इलाज के लिए बंदी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

बंदी मैरवा थाना क्षेत्र के बड़गांव निवासी मोहमद असगर का पुत्र मोहमद सद्दाम बतया जाता है. जो मैरवा थाना के एक शराब के मामला में जेल में बंद है. पहले जेल प्रशासन व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी कुछ नहीं बता रहे थे. केवल उनके द्वारा यहीं कहा जा रहा था कि बंदी ने ही अपना गला स्वयं कट्टा है. लेकिन, जैसे ही मजिस्ट्रेट के समक्ष घायल कैदी ने बयान दिया कि मामला साफ हो गया. उसने आरोप लगाया है कि एक कैदी ने मेरा गर्दन धरदार हथियार से हमला कर काट दिया है. इसके बाद मजिस्ट्रेट के द्वारा लिये गये ब्यान के आधार पर स्थानीय पुलिस व जेल प्रशासन जांच में जुट गया है.

बता दे कि बंदी को लहूलुहान देखकर बंदी रक्षकों के होश उड़ गये. आनन-फानन में उसे पहले जेल अस्पताल ले जाया गया. यहां से प्राथमिक उपचार कर उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उपाधीक्षक डॉक्टर एमके आलम के नेतृत्व में घायल बंदी का इलाज शुरू किया गया. इसके बाद जिलाधिकारी रंजीता के निदेश पर डीडीसी विधुभूषण चौधरी , सदर एसडीएम अमन समीर व सिविल सर्जन डॉक्टर शिवचंद्र झा सदर अस्पताल पहुंच कर घायल बंदी से घटना के संबंध में जानकारी ली. इसके बाद तुरंत स्थिति गंभीर देखते हुए बंदी को इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया. उसके बाद जेल के चिकित्सक डॉक्टर अरुण कुमार के देख रेख में पटना बंदी को भेजा गया .

बंदी केवल इसारा में ही घटना के संबंध में बता रहा था. जिसके कारण मजिस्ट्रेट ने उससे एक कागज पर घटना के संबंध में जानकारी लिख कर लिया. जिसके आधार पर ब्यान तैयार किया गया. कैदी ने आरोप लगाया है कि भरत सिंह नामक बंदी ने शौच जाने के समय किसी बात को लेकर हमला कर दिया और धराधर हथियार से हमला कर दिया.जिससे वह जख्मी हुआ है. जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जो आरोप बंदी सद्दाम लगा रहा है वह गलत है. वह अपने से अपना गर्दन कटा है. बंदियों ने बताया है कि भरत सिंह से कोई विवाद नहीं हुआ है. पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने बताया कि घायल बंदी मोहमद सद्दाम ने भरत सिंह नामक बंदी को आरोपित किया है कि उसी ने हमला कर मुझे जख्मी किया है. जिसके उपर मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गयी है.