बिजली कनेक्शन के लिए खेतों में लगेगा ट्रांसफार्मर
मुहिम. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत जिले के 4 हजार किसान चिह्नित... शेखपुरा : आजादी के बाद से लगातार सिंचाई की वैकल्पिक व्यवस्थाओं के लिए आंदोलनों में संघर्षशील शेखपुरा के किसानों को अब जल्द ही बिजली की सुदृढ़ व्यवस्था खेतों तक पहुंचने का सपना साकार होता नजर आ रहा है. सरकार ने दीनदयाल […]
मुहिम. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत जिले के 4 हजार किसान चिह्नित
शेखपुरा : आजादी के बाद से लगातार सिंचाई की वैकल्पिक व्यवस्थाओं के लिए आंदोलनों में संघर्षशील शेखपुरा के किसानों को अब जल्द ही बिजली की सुदृढ़ व्यवस्था खेतों तक पहुंचने का सपना साकार होता नजर आ रहा है. सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत जिले के 4 हजार किसानों को चिह्नित कर उनके खेतों तक बिजली पहुंचाने की कार्य योजना तैयार कर लिया है. इस व्यवस्था में खास बात यह है कि कृषि कार्य में विद्युत आपूर्ति के लिए अलग फीडर का निर्माण किया जायेगा.
इसके साथ ही कृषकों को प्रत्येक निजी नलकूपों पर 25 किलोवाट का एक-एक ट्रांसफाॅर्मर लगाया जायेगा. किसानों को कृषि कार्य के लिए निर्बाध रुप से बिजली मिल सके इसके लिए घरेलू बिजली आपूर्ति व्यवस्था से इसे अलग रखा गया है. कृषि कार्य के लिए कृषकों को निर्बाध तरीके से लगातार 8 घंटे तक बिजली मिल सकेगी. इस बाबत विद्युत विभाग परियोजना के कार्यपालक अभियंता ने कई अहम जानकारी दी.
क्या है परियोजना :
जिले में सिंचाई के वैकल्पिक साधनों को व्यवस्थित करने के लिए किसानों को अब बिजली की कमी नहीं होगी. विद्युत विभाग ने इसके लिए बड़ी परियोजना का डीपीआर तैयार कर इसके लिए जनवरी 2017 से धरातल पर काम शुरू कर देगी.
इस परियोजना में किसानों को खेतों तक कवर वायर से बिजली की आपूर्ति की जाएगी. जिले के छह प्रखंडों में कुल 261 गांव के 4हजार किसानों को इस परियोजना के लिए चिन्हित किया गया है. सिंचाई व्यवस्था के लिए विधुतीकरण की यह योजना ऐसे तो विभाग ने 2 सालों में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. लेकिन अधिकारियों ने इस योजना को अगले 6 महीने में हीं पूरा कर लेने का दावा किया है.
कृषि सिंचाई के लिए इस योजना को लेकर अधिकारियों की अगर माने तो विद्युत विभाग ने फिलहाल अपने सर्वे में जिले के वैसे कृषकों को चिन्हित किया है जो फिलहाल कृषि कार्य में सिचाई के लिए विद्युत उपभोक्ता बने हुए हैं. लेकिन अधिकारियों का दावा है इस योजना के तहत जिले के वैसे सभी किसानों को परियोजना का लाभ मिलेगा जो निजी नलकूप पर विद्युत कनेक्शन का लाभ लेना चाहते हैं.
हुआ था मजबूत आंदोलन :
सिंचाई के लिए विद्युत कनेक्शन लेने में पहले की जो व्यवस्था थी उसमें किसानों के लिए विद्युत पोल तार पर आने वाली लागत का विभाग डीपीआर तैयार करती थी. लेकिन उस डीपीआर की राशि किसानो को भूगतान करना पड़ता था. लेकिन जब राज्य सरकार ने विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियों को हासिल किया तब लंबे समय से शेखपुरा जिले में किसानों के खेतों तक बिजली पहुंचाने के आंदोलनो का बीड़ा उठाए नेता जितेंद्र नाथ में राज्य सरकार के समक्ष किसानों से जुड़ी इन समस्याओं को तथ्यों के साथ रखा इसके बाद जिले में किसान हित के लिए उतारी जा रही योजना को जिलेवासी अपनी उपलब्धि मान रहे हैं.
किसानों को मिलेगा लाभ
खेती-बाड़ी के लिए जिले में सिंचाई की व्यवस्था में किसान किसी प्रकार निजी नलकूप की व्यवस्था तो कर लेते हैं लेकिन अब विद्युत कनेक्शन का लाभ किसानों के अरमानों को पंख लगा देगा. सिंचाई के साधन बेहतर होने से किसान अपने खेतों में लगाई गई पूंजी की अच्छी कीमत और फसल का लाभ ले सकेंगे.
क्या कहते हैं अधिकारी :
‘दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति परियोजना के तहत जिले में 261गांव में 4हजार किसानों का चयन किया गया है. इन किसानों के खेतों में स्थापित निजी नलकूपों तक विद्युत कनेक्शन और ट्रांसफाॅर्मर की व्यवस्था की जायेगी.’
अरविंद कुमार, कार्यपालक अभियंता परियोजना, विद्युत विभाग शेखपुरा
