बिहार चुनाव : सासाराम विधानसभा क्षेत्र में 12 निर्दलीय बिगाड़ रहे पार्टियों का गणित
बेबी वॉकर व बल्लेबाज खोद रहे एनडीए का मैदान, हारमोनियम व कुकर से लालटेन की लौ पड़ रही मंद
आमोद सिंह, सासाराम नगर सासाराम विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला जबरदस्त हो रहा है. एनडीए प्रत्याशी पर बाहरी का आरोप जरूर लग रहा है. इसका खंडन भी जनसभा से किया जा रहा है. महागठबंधन के प्रत्याशी नामांकन के साथ ही जेल में है. ऐसे में उनके प्रचार-प्रसार का जिम्मा पत्नी और बेटे ने उठाया है. लेकिन, इन दोनों गठबंधन को एक दूसरे से ज्यादा परेशानी न होकर. 12 निर्दलीय प्रत्याशी टेंशन बढ़ा रहे हैं. बेबी वॉकर व बल्लेबाज चुनाव चिह्न वाले प्रत्याशी एनडीए का मैदान खोद रहे हैं, तो वहीं हारमोनियम और कुकर लालटेन का लौ मंद कर रहे हैं. रही सही कसर जदयू से बागी होकर हाथी की सवारी कर रहे पूर्व विधायक डॉ अशोक कुमार और एआइएम के प्रत्याशी पूरा करने में लगे है, जिससे वोटों के बिखराव होने की संभावना बनी हुई है. ऐेसे में यह आकलन किया जा रहा है कि इसबार चुनाव में विजेता, जो भी बने. लेकिन, वोटों का अंतर बहुत ही कम रहेगा. अपनी पार्टी से टिकट के उम्मीद में लगे उम्मीदवार निर्दलीय मैदान में हैं. जिसमें सबसे टॉप पर विवेक कुमार उर्फ डब्ल्यू भईया का नाम शामिल है. लोगों ने इनको मेयर चुनाव के दौरान भी देखा था. हालांकि, मेयर की सीट महिलाओं के लिए सुरक्षित होने के बाद. इनकी भाभी मेयर का चुनाव लड़ीं और जीतकर नगर निगम की पहली महिला मेयर बनी हैं. अब डब्ल्यू भईया विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं और यह उनका पहला चुनाव है. युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डब्ल्यू भईया को पार्टी से टिकट नहीं मिला, तो उन्होंने निर्दलीय ताल ठोंक दिया है और शहरी क्षेत्र में इनके प्रचार में मेयर काजल कुमारी भी खूब साथ दे रही हैं. इनके अलावा महागठबंधन खेमे से ओमजीत कुमार भी राजद से बागी होकर हारमोनियम बजाकर अपनी ताकत दिखाने में जुटे हैं. इनके अलावा भाजपा से बागी हुए आनंद कुमार गुप्ता (बल्लेबाज) और रामायण पासवान (बेबी वॉकर) भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. ताकि, अगले चुनाव में पार्टी की नजर हमपर बनी रहे. दोनों भाजपा के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं. इनके अलावा आरिफ इसाइन हुसैन, कुमारी अर्चना गुप्ता, कृष्णा कुमार सिंह, गीता देवी, जाकिर हुसैन, निरंजन कुमार, बिमलकांत दुबे और लालमती देवी भी पहली बार किस्मत आजमा रही हैं. इसमें से कई डम्मी कैंडिट के रूप में बड़े दलों के प्रत्याशियों को अपना कार देने के लिए खड़े हैं. ऐसी चर्चा शहर में खूब चल रही है.
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