सहरसा : बेटे व बहुओं ने वृद्ध माता-पिता को घर से निकाला

इसको लेकर कई बार हुई पंचायत, बेटों ने फैसला मानने से किया इन्कार सोनवर्षा (सहरसा) : जिले के सोनवर्षा प्रखंड के शाहपुर गांव में दो बेटों ने उन्हें घर से निकाल दिया, वे पड़ोसी के यहां रहकर गुजर-बसर कर रहे हैं. उन्होंने थानाध्यक्ष को आवेदन देकर बेटे व बहुओं पर मारपीट व प्रताड़ित करने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2019 6:35 AM
इसको लेकर कई बार हुई पंचायत, बेटों ने फैसला मानने से किया इन्कार
सोनवर्षा (सहरसा) : जिले के सोनवर्षा प्रखंड के शाहपुर गांव में दो बेटों ने उन्हें घर से निकाल दिया, वे पड़ोसी के यहां रहकर गुजर-बसर कर रहे हैं. उन्होंने थानाध्यक्ष को आवेदन देकर बेटे व बहुओं पर मारपीट व प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
शाहपुर के हरेकृष्ण सिंह ने पुलिस को आवेदन देकर बताया है कि उनका बेटा भवेश कुमार एवं मनोज कुमार उर्फ अंजेश कुमार उनके साथ मारपीट करता है. इसको लेकर ग्रामीण स्तर से कई बार पंचायत भी हुई.
लेकिन दोनों में कोई भी पुत्र पंचायत के फैसले को मानने को तैयार नहीं हैं. पंचायत के लोगों के कहने पर नौ जून को थाने में आवेदन दिया.
लेकिन थानाध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की. 14 जून को थानाध्यक्ष को दोबारा आवेदन देकर बताया कि दोनों पुत्र एवं पतोहू उनके साथ बराबर मारपीट करते हैं और सबों ने मिल घर से भी बेदखल कर दिया है. तबसे हम अपने पड़ोसी पप्पू सिंह के यहां रहकर दोनों पति पत्नी किसी तरह गुजारा कर रहे हैं. दंपती ने आरोप लगाया है कि थाने में शिकायत का असर बेटों पर नहीं हुआ. बेटे व बहुओं ने मारपीट कर बाहर निकाल दिया.
पड़ोसी के यहां रहकर गुजर-बार कर रहे हैं दोनों
थाने में दिया आवेदन, नहीं हुई कार्रवाई
पीड़ित आवेदक ने कहा कि थानाध्यक्ष ने आवेदन देने के बाद कार्रवाई करने की बजाय उन्हें अपने घर नहीं जाने की सलाह दी और पड़ोसी के यहां ही रहकर गुजर बसर करने की बात कही.
एक तरफ सरकार ने बूढ़े मां बाप की सेवा नहीं करने वाले पुत्र को उनका नैतिक कर्तव्य सिखाने के लिए अनिवार्य व कठोर कानून बनाये. साथ ही 24 घंटे में आवेदन पर कार्रवाई करने का एलान किया. लेकिन सोनवर्षा थानाध्यक्ष ने पीड़ित बूढे मां-बाप के द्वारा दो-दो बार आवेदन देने के बावजूद भी मामला दर्ज नहीं किया गया.