महागठबंधन पर सुशील मोदी का निशाना, कहा- 2010 के विधानसभा और 2019 के संसदीय चुनाव के सबक भूल गया विपक्ष

बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एवं कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि बिहार में कुशहा तटबंध टूटने के बाद 2008 में कोसी की विकराल बाढ़ के समय एनडीए सरकार जब आपदा प्रबंधन की मिसाल कायम करते हुए लाखों लोगों को बचा रही थी, तब भी राजद पीड़ितों की मदद करने के बजाय आंख मूंद कर सरकार की निंदा कर रहा था. लेकिन, जनता ने काम पर भरोसा किया, जिससे 2010 में तीन चौथाई बहुमत के साथ एनडीए की सत्ता में वापसी हुई. उन्होंने कहा कि निराधार दोषारोपण और जोड़तोड़ के पहाड़ जनादेश की आंधी में रूई की तरह उड़ गये थे. लालू प्रसाद जेल से बाहर थे, लेकिन उनके पैरों तले से जमीन खिसक गयी थी.

By Samir Kumar | May 23, 2020 9:12 PM

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एवं कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि बिहार में कुशहा तटबंध टूटने के बाद 2008 में कोसी की विकराल बाढ़ के समय एनडीए सरकार जब आपदा प्रबंधन की मिसाल कायम करते हुए लाखों लोगों को बचा रही थी, तब भी राजद पीड़ितों की मदद करने के बजाय आंख मूंद कर सरकार की निंदा कर रहा था. लेकिन, जनता ने काम पर भरोसा किया, जिससे 2010 में तीन चौथाई बहुमत के साथ एनडीए की सत्ता में वापसी हुई. उन्होंने कहा कि निराधार दोषारोपण और जोड़तोड़ के पहाड़ जनादेश की आंधी में रूई की तरह उड़ गये थे. लालू प्रसाद जेल से बाहर थे, लेकिन उनके पैरों तले से जमीन खिसक गयी थी.

अपने एक अन्य ट्वीट में महागठबंधन पर निशाना साधते हुए सुशील मोदी ने आगे कहा कि 2016 में राजद-कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम और नोटबंदी का पुरजोर विरोध किया था. राहुल गांधी ने यूपी की चुनाव सभा में कुर्ते की फटी जेब दिखायी, 4 हजार रुपये नकद निकालने के लिए बैंक की लाइन में लगे थे और लालू प्रसाद ने नोटबंदी के खिलाफ पटना में ममता बनर्जी का धरना कराया था. जिस नोटबंदी को जमकर कोसा गया, उसका जनता ने खुलकर समर्थन किया.

उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने साथ ही कहा कि भाजपा ने 2019 के चुनाव में शानदार सफलता पायी, जबकि लालू प्रसाद की पार्टी खाता नहीं खोल पायी. कोरोना संक्रमण, लॉकडाउन, लाखों मजदूरों की घर वापसी, 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज और क्वॉरेटिन सेंटर को लेकर भी विपक्ष का रवैया ऐसा है कि अगले चुनाव में फिर उसका सूपड़ा साफ होगा.

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