असेंबली के फोटोग्राफ से मध्याह्न भोजन में बच्चों की उपस्थिति का होगा मिलान

जिले के किस स्कूल में प्रतिदिन कितने बच्चे उपस्थित हो रहे हैं, इसका ब्योरा अब छिपाया नहीं जा सकता है.

By AMBER MD | August 16, 2025 6:27 PM

संवाददाता, पटना

जिले के किस स्कूल में प्रतिदिन कितने बच्चे उपस्थित हो रहे हैं, इसका ब्योरा अब छिपाया नहीं जा सकता है. स्कूल के प्रधान को अब प्रतिदिन सुबह की असेंबली की तस्वीर साझा करनी होगी. इसके साथ ही प्रतिदिन मध्याह्न भोजन करने वाले आंकड़े को भी नहीं छिपाया जा सकता है. मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय के आदेश पर जिला शिक्षा कार्यालय ने जिले के सभी स्कूलों के प्रधान को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिया है. जिला शिक्षा कार्यालय ने कहा है कि प्रत्येक दिन स्कूलों में होने वाली मॉर्निंग असेंबली की फोटोग्राफी करायी जायेगी. यह फोटोग्राफी एक दिशा से नहीं होगी बल्कि लैटिट्यूड और लॉन्गिट्यूड के साथ लाइन में खड़े करके बच्चों की तस्वीर खिंची जायेगी. स्कूलों को दिये गये निर्देश में बताया गया है कि तस्वीर इस तरह से खींची जाये कि सभी बच्चों की उपस्थिति दिखे. यह तस्वीर स्कूलों को दिये गये टैब से खिंची जायेगी. जिन स्कूलों को टैब नहीं मिला है, वहां प्रधान शिक्षक अपने मोबाइल से फोटोग्राफी करेंगे. इस फोटोग्राफ से प्रत्येक दिन मध्याह्न भोजन में शामिल बच्चों की संख्या का मिलान किया जायेगा. इसके साथ ही सुबह की तस्वीर और मध्याह्न भोजन की तस्वीर से मिलान करके प्रतिदिन की रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को भेजनी होगी.

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी करेंगे बच्चों की संख्या का सत्यापन

आदेश में कहा गया है कि फोटोग्राफ के जरिये मध्याह्न भोजन योजना से लाभान्वित बच्चों की संख्या का सत्यापन जिला निरीक्षणकर्ता के अलावा प्रखंड साधन सेवी और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भी करेंगे. जांच रिपोर्ट पर संबंधित पदाधिकारी का हस्ताक्षर होना अनिवार्य है. सत्यापन रिपोर्ट शिक्षा विभाग के पोर्टल के अलावा जिला शिक्षा कार्यालय को साझा करना अनिवार्य होगा. सत्यापन में अनियमितता पायी जाती है, तो संबंधित स्कूल के प्रधान शिक्षक या प्रधानाध्यापक पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है