बिहार में मुखिया देंगे जलापूर्ति योजना का फीडबैक, गर्मी बढ़ने से पेयजल की किल्लत रोकने को दिये गए कड़े निर्देश

राज्य में गर्मी बढ़ने से पेयजल की किल्लत नहीं हो, इसके लिए पीएचइडी ने अधिकारियों को निगरानी के कड़े निर्देश दिये हैं. विभाग ने प्रभारी पदाधिकारियों को ग्राम पंचायत के मुखिया से अगस्त महीने तक फीडबैक लेने को कहा है. विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जल स्तर में होने वाले गिरावट को लेकर समीक्षा बैठक की गयी.

By Prabhat Khabar | April 4, 2021 1:10 PM

राज्य में गर्मी बढ़ने से पेयजल की किल्लत नहीं हो, इसके लिए पीएचइडी ने अधिकारियों को निगरानी के कड़े निर्देश दिये हैं. विभाग ने प्रभारी पदाधिकारियों को ग्राम पंचायत के मुखिया से अगस्त महीने तक फीडबैक लेने को कहा है. विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जल स्तर में होने वाले गिरावट को लेकर समीक्षा बैठक की गयी.

इसमें कई बिंदुओं पर अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिया गया कि नियंत्रण कक्ष के हर प्रभारी पदाधिकारी पंचायतों के मुखिया से फोन पर हर घर नल का जल योजना का फीडबैक लें, ताकि यह पता चल पाये कि योजना सुचारु रूप से चल रही है या नहीं. वहीं, भू-जल के स्तर का फीडबैक लेने को कहा गया है. जहां भी जल स्तर में गिरावट की सूचना मिलेगी, तुरंत इसकी सूचना विभाग को देने को कहा गया है.

लोक स्वास्थ्य प्रमंडल भागलपुर पूर्व-पश्चिम, बांका, पटना पूर्व-पश्चिम के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया गया कि वे पंचायत वार जल स्तर का ब्योरा तैयार कर वैसे पंचायतों में मरम्मती दल भेज कर शत प्रतिशत चापाकल की मरम्मत कराएं.

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वाटर टेबल की सूची में पिछले दो वर्षों 2020 -21 के जल स्तर की तुलनात्मक समीक्षा की गयी. समीक्षा के क्रम में भागलपुर पूर्व, भागलपुर पश्चिम, बांका, पटना पूर्व एवं पटना पश्चिम के जल स्तर में पिछले वर्षों की तुलना में गिरावट पायी गयी. साथ ही, अन्य जिलों में भी संभावित गर्मी को देखते हुए जल स्तर में गिरावट की संभावना आंकी गयी है.

बढ़ती गर्मी को देखते हुए आपदा कोषांग का गठन किया गया है. कंट्रोल रूम में बैठे पदाधिकारी जनप्रतिनिधियों से भी जलापूर्ति योजनाओं का हर दिन पूरा ब्योरा लेंगे, ताकि कहीं भी पानी की दिक्कत नहीं हो.

जितेंद्र श्रीवास्तव, सचिव,पीएचइडी

Posted By: Thakur Shaktilochan

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