Bihar Election 2025: दक्षिण एशिया में मेड इन बिहार बनेगा ब्रांड, दरभंगा में टेक्सटाइल डिजाइनिंग तो भागलपुर में सिल्क मैन्युफैक्चरिंग पार्क
Bihar Election 2025: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले पांच वर्षों में बिहार से ब्रेनड्रेन रोकने का ब्लूप्रिंट तैयार किया है. एनडीए के घोषणापत्र में कई ऐसे वायदे किये गये हैं, जिससे वैश्चिक स्तर पर बिहार एक ब्रांड के रूप में स्थापित होगा. दक्षिण एशिया में बिहार को एक टेक्सटाइल हब के रूप में विकसित करने की बात कही गयी है, वहीं बिहार को पूर्वी भारत का सबसे बड़ा टेक हब बनाने का लक्ष्य रखा गया है. ग्लोबल वर्कप्लेस और धार्मिक पर्यटन के तहत बिहार में वैश्विक आवाजाही बढ़ाने की बात घोषणापत्र में की गयी है.
मुख्य बातें
Bihar Election 2025: पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए की ओर से जो घोषणापत्र जारी किया गया है उसमें बिहार के ब्रांड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का संकल्प लिया गया है. एनडीए का वायदा है कि उनकी सरकार अगले पांच साल में बिहार को दक्षिण एशिया में एक टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करने का काम करेगी. इसके लिए दरभंगा प्रमंडल में टेक्सटाइल एंड डिजाइनिंग पार्क और भागलपुर प्रमंडल में मेगा सिल्क मैन्युफैक्चरिंग पार्क के निर्माण की बात कही गयी है.
मखाना का ग्लोबल एक्सपोर्ट सेंटर बनेगा बिहार
घोषणापत्र में ब्रांड बिहार को प्रमुखता देते हुए मखाना और मछली जैसे उत्पादों के लिए ग्लोबल मार्केट मुहैया कराने की बात कही गयी है. बिहार को मखाना का ग्लोबल एक्सपोर्ट सेंटर बनाया जायेगा. इन उत्पादों का निर्यात पांच वर्षों में दोगुना करने की बात कही गयी है. एनडीए के घोषणापत्र में इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए 10 शहरों में औद्योगिक पार्क और 5 शहरों में मेगा फूड पार्क की स्थापना करने की बात कही गयी है. इतना ही नहीं बिहार की औद्योगिक उत्पादकता को बढ़ाने के लिए प्रत्येक जिले में आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना का वायदा किया गया है.
बिहार बनेगा पूर्वी भारत का सबसे बड़ा टेक हब
एनडीए के घोषणापत्र में बिहार को पूर्वी भारत का सबसे बड़ा टेक हब बनाने का वायदा किया गया है. घोषणापत्र में कहा गया है कि बिहार को एक ग्लोबल वर्कप्लेस के रूप में विकसित किया जायेगा. एनडीए सरकार बिहार से बेनड्रेन को रोकने के लिए बिहार में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर, मेगा टेक सिटी और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क की स्थापना करने की बात कही गयी है. साफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों सेक्टर में बिहार की भागीदारी बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है. इतना ही नहीं घोषणापत्र में कहा गया है कि बिहार में एआई प्रशिक्षित समाज तैयार किया जायेगा. हर नागरिक को इसका प्रशिक्षण दिया जयेगा.
दक्षिण एशिया में मजबूत होगा ब्रांड बिहार
दक्षिण एशिया में ब्रांड बिहार को मजबूती से स्थापित करने के लिए एनडीए ने अपने घोषणापत्र में धार्मिक पर्यटन पर भी खासा ध्यान दिया है. घोषणापत्र में तीन धार्मिक कोरिडोर और चार धार्मिक सर्किट की चर्चा की गयी है. सीतामढ़ी में जानकी कोरिडोर, गयाजी में विष्णुपद कोरिडोर और बोधगया में महाबोधी कोरिडोर का निर्माण करने की बात कही गयी है. इसके साथ ही रामायण, जैन, बौद्ध और गंगा सर्किट विकसित करने की बात कही गयी है. नीतीश कुमार ने घोषणापत्र में जनता से वायदा किया है कि उनकी सरकार रामजन्म भूमि के तर्ज पर सीता की जन्मभूमि का भी विकास करेगी. इसके लिए सरकार ने जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक नगरी सीतापुरम के रूप में विकसित करने की योजना तैयार की है.
बिहार में बनेंगे पांच नये इंटरनेशनल एयरपोर्ट
घोषणापत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होनेवाली धार्मिक और व्यावसायिक आवाजाही का भी खासा ध्यान रखा गया है. सरकार इसके लिए जहां पटना के अलावा चार शहरों में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की बता कही है, वहीं पर्यटकों के लिए हॉस्पिटेलटी पर भी खासा जोर दिया गया है. इसके लिए एक लाख से अधिक ग्रीन होमस्टे स्थापित करने का लक्ष्य रखा है. घोषणापत्र में कहा गया है कि भागलपुर और पटना के पास एक-एक इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाया जायेगा. इसके साथ ही दरभंगा और पूर्णिया से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने शुरू की जायेगी. बिहार के 10 नये शहरों से भी घरेलू उड़ाने शुरू करने की बात कही गयी है. इसके साथ ही सड़क इम्फ्राइस्ट्रैक्चर को भी विश्वस्तरीय बनाने की योजना है. घोषणापत्र में सात नये एक्सप्रेसवे के निर्माण की बात कही गयी है.
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