स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 : अपने शहर की भी ब्रांडिंग करने में पीछे हैं बिहारी

अनिकेत त्रिवेदी पटना : बिहारी अपने शहर की ब्रांडिंग करने में पीछे हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश में चल रहे स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में बिहार के विभिन्न निकायों की रैंकिंग सुधारने के लिए मात्र 31 हजार एक सौ 55 लोगों ने ही विभिन्न माध्यमों से अपने फीडबैक दिये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 2, 2020 8:50 AM
अनिकेत त्रिवेदी
पटना : बिहारी अपने शहर की ब्रांडिंग करने में पीछे हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश में चल रहे स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में बिहार के विभिन्न निकायों की रैंकिंग सुधारने के लिए मात्र 31 हजार एक सौ 55 लोगों ने ही विभिन्न माध्यमों से अपने फीडबैक दिये हैं, जबकि देश स्तर पर फीडबैक देने का आंकड़ा बिहार की तुलना में काफी आगे है.
31 जनवरी तक देश के 37 राज्यों व केंद्र शासित को मिलाकर कुल एक करोड़ 64 लाख 41 हजार 63 लोगों ने फीडबैक दिये हैं. इस हिसाब से एक राज्य या एक केंद्र शासित प्रदेश पर अब तक के किये गये फीडबैक के अनुसार चार लाख 44 हजार तीन सौ 53 लोगों के फीडबैक का औसत पड़ रहा है, जबकि अपने राज्य में मात्र 31 हजार एक सौ 55 लोगों के ही सुझाव आये हैं.
पटना पीछे, सुपौल सबसे आगे, दूसरे पर भभुआ व तीसरे पर मुजफ्फरपुर : फीडबैक के मामले में पटना राज्य के कई शहरों से पीछे है. पटना में कुल 1368 लोगों ने ही सुझाव दिये हैं, जबकि सुपौल में सबसे अधिक 9588 लोगों ने, भभुआ के कुल 6486 ने,मुजफ्फरपुर के 4140 लोगों ने,भागलपुर के 170 व बिहारशरीफ के 22 लोग ही अपना फीडबैक दिया है.
हालांकि पटना की तुलना अन्य राज्य के शहरों से नहीं की जा सकती है, क्योंकि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में पटना की रैंकिंग दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों के साथ होगी. इस रैंकिंग में देश के कुल 49 शहर हैं, जबकि राज्य के अन्य शहरों के स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग 10 लाख से कम जनसंख्या वाले शहर के साथ होगी. इस रैंकिंग में देश के कुल 353 शहर शामिल हैं.
दो तिमाही रैंकिंग में पटना स्थिर, मुजफ्फरपुर गिरा
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में अब तक दो तिमाही की रिपोर्ट आ चुकी है. पहले तिमाही रिपोर्ट में दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले कुल 49 शहरों में राज्य के एक मात्र शहर पटना की रैंकिंग 117.69 अंकों के साथ 46 थी, जबकि दूसरी तिमाही में भी पटना का स्थान 78.76 अंकों के साथ 46 रैंकिंग पर ही रहा.
वहीं दूसरी तरफ एक लाख से 10 लाख के बीच जनसंख्या वाले कुल 353 शहरों की रैंकिंग दूसरे तिमाही की रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर और पीछे हो गया है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के पोर्टल पर जारी आंकड़ों के अनुसार पहली तिमाही रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर की रैंकिंग 179 थी, जबकि दूसरे तिमाही की रिपोर्ट में रैंकिंग फिसल कर 293 हो गयी.
दूसरी तिमाही रिपोर्ट में बिहार के टॉप पांच शहर
दस लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों राज्य के टॉप पांच शहर में कटिहार की ऑल इंडिया रैंकिंग 170 नंबर, डालमियानगर 188 नंबर, औरंगाबाद 219 नंबर, मुजफ्फरपुर 293 नंबर और मुंगेर 296 नंबर पर रहे हैं.

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