प्रथम जांच में ही अस्पताल प्रबंधन पाया गया दोषी, होगी कार्रवाई

रानीगंज : रेफरल अस्पताल परिसर में प्रसव की घटना गहराने लगा है. सुसज्जित अस्पताल में एक प्रसव पीड़िता के साथ कथित अमानवीय कृत्य को लेकर डीएम ने सख्त रूख अपनाया है. गुरुवार को सुबह अखबार में संबंधित खबर पढ़ने के बाद डीएम ने इस मामले की त्वरित जांच के आदेश दिये. डीएम के आदेश पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 18, 2019 9:14 AM

रानीगंज : रेफरल अस्पताल परिसर में प्रसव की घटना गहराने लगा है. सुसज्जित अस्पताल में एक प्रसव पीड़िता के साथ कथित अमानवीय कृत्य को लेकर डीएम ने सख्त रूख अपनाया है. गुरुवार को सुबह अखबार में संबंधित खबर पढ़ने के बाद डीएम ने इस मामले की त्वरित जांच के आदेश दिये. डीएम के आदेश पर एसडीएम रोजी कुमारी व एसीएमओ डॉ एमपी गुप्ता मामले की जांच को लेकर रेफरल अस्पताल पहुंचे.

एसडीएम व एसीएमओ के अस्पताल पहुंचने के बाद मौके पर स्वास्थ्य कर्मी के बीच भागम भाग की स्थिति उत्पन्न हो गयी. सभी अपनी ड्यूटी के प्रति सजग हो गये. माैके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वाईपी सिंह, सीओ रमण कुमार सिंह व प्रबंधक खतीब अहमद मौजूद थे.
मालूम हो कि बुधवार की सुबह कोशकापुर उत्तर पंचायत के वार्ड संख्या दो निवासी संतोष यादव की पत्नी रिंकू देवी को अस्पताल परिसर में ही कुछ महिलाओं ने साड़ी घेर कर प्रसव कराया था.
इसकी खबर प्रकाशित होने पर गुरुवार की सुबह डीएम ने त्वरित जांच का जिम्मा एसडीएम व एसीएमओ को सौंप दिया. डीएम के आदेश पर देर शाम तक मामले की जांच की गयी. इस बीच एसडीओ रोजी कुमारी ने पीड़िता के पति रिंकू यादव व आरोपित नर्स अस्मिता से पूछताछ की. अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा. सीसीटीवी फुटेज के अनुसार पूरे अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल होने लगा है.
एसडीएम ने कहा कि जांच के दौरान अस्पताल प्रबंधन दोषी प्रतीत हो रहा है. इस मामले में जो भी दोषी पाये जायेंगे, उनके विरुद्ध समुचित कार्रवाई होगी. एसडीएम ने जांच प्रतिवेदन डीएम को सौंपने की बात कही. वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सिंह ने कहा कि नर्स अस्मिता कुमारी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह पायी गयी हैं, उनके निलंबन को लेकर पत्र वरीय पदाधिकारी को भेज दिया गया है.

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