शरद गुट का शक्ति प्रदर्शन, जदयू अध्यक्ष पद से नीतीश को हटाया, महागठबंधन तोड़ने का फैसला भी रद्द

नयी दिल्ली/पटना : महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ दोबारा से मिलकर बिहार में नयी सरकार के गठन के फैसले केबाद से ही नीतीश कुमार से नाराज चल रहे जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव देश भर में उनके खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं. इसी कड़ी में जदयू के शरद खेमे ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 18, 2017 11:12 AM

नयी दिल्ली/पटना : महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ दोबारा से मिलकर बिहार में नयी सरकार के गठन के फैसले केबाद से ही नीतीश कुमार से नाराज चल रहे जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव देश भर में उनके खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं. इसी कड़ी में जदयू के शरद खेमे ने नीतीश कुमार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाते हुए गुजरात से विधायक छोटू भाई वसावा को जनता दल यूनाइटेड का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है.

जदयू नेता अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को दिल्‍ली के कांस्‍टीच्‍यूशन क्‍लब में जदयू की कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला किया गया. जिसमें 19 राज्‍यों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए थे. हाल ही में गुजरात से राज्यसभा की तीन सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल को वसावा के वोट से ही जीत मिल सकी थी. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी अध्यक्ष पद नियुक्ति को रद्द कर वसावा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. पार्टी के उपाध्यक्ष के़ राजशेखरन की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खेमे द्वारा महागठबंधन तोड़ करभाजपा के साथ गठजोड़ करने सहित अन्य फैसलों को भी रद्द कर दिया गया.

नीतीश खेमे द्वारा जदयू पदाधिकारियों को पार्टी से निकालने काभी निष्प्रभावी घोषित

बैठक में शरद यादव के अलावा, पूर्व मंत्री रमई राम, राज्यसभा सदस्य अली अनवर, पूर्व सांसद अर्जुन राय, पूर्व विधान पार्षद विजय वर्मा, पूर्व विधायक परवीन अमानुल्ला, सरोज बच्चन और उदय मांझी भी मौजूद थे. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में पार्टी नेता जावेद रजा द्वारा पेश संगठन संबंधी प्रस्ताव में नीतीश कुमार द्वारा पार्टी के चुनाव अधिकारी बनाये गये अनिल हेगड़े की नियुक्ति को रद्द करने के सुझाव को मंजूरी दी गयी. इसके साथ ही हेगड़े द्वारा की गयी पदाधिकारियों की नियुक्ति तुरंत रद्द हो गयी. उन्होंने बताया कि बैठक में देश भर से जुटे जदयू नेताओं ने नीतीश खेमे द्वाराभाजपा से गठजोड़ करने को जनादेश का अपमान बताते हुए इस फैसले को रद्द किया है. इसके अलावा हाल ही में नीतीश खेमे द्वारा जदयू पदाधिकारियों को पार्टी से निकालने के फैसले को भी निष्प्रभावी घोषित कर हटाये गये प्रदेश अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों को उनके पद पर बहाल कर दिया.

महागठबंधनको प्रभावी स्वरूप में गठितकरने की जिम्मेदारी शरदको सौंपीगयी

शरद यादव की भविष्य की भूमिका के सवाल पर अरुण श्रीवास्तवने कहा कि कार्यकारिणी ने उन्हें समाजवादी विचारधारा वाले दलों को साझी विरासत अभियान के माध्यम से एक मंच पर लाकर भविष्य में महागठबंधन को प्रभावी स्वरूप में गठित करने की जिम्मेदारी सौंपी है. उन्होंने बताया कि कार्यकारिणी ने नीतीश खेमे के पार्टी विरोधी फैसलों की समीक्षा के लिये अनुशासन समिति का गठन किया है. तीन सदस्यीय इस समिति की अध्यक्षता वह स्वयं करेंगे. जबकि पार्टी के चुनाव चिह्न सहित अन्य मामलों से जुड़े विवादों पर भविष्य की रणनीति तय करने के लिये जदयू महासचिव जावेद रजा की अध्यक्षता में चुनाव विवाद समिति गठित की गयी है.

8 अक्टूबर को दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक
अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यकारिणी के फैसलों पर मंजूरी के लिये आगामी8 अक्टूबर को दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलायीगयी है. नीतीश कुमार सहित अन्य नेताओं के फैसलों को अनुशासनहीनता के दायरे में लाने के बारे में समिति की सिफारिशों पर अमल का फैसला राष्ट्रीय परिषद की बैठक में किया जायेगा. उन्होंने बताया कि कार्यकारिणी में पारित एक अन्य प्रस्ताव में संगठन की चुनाव प्रक्रिया अगले छह महीने में पूरा करने का फैसला किया गया. इसके लिये कार्यकारी अध्यक्ष वसावा से अगले साल मार्च तक संगठनात्मक चुनाव संपन्न कराने को कहा गया है.

मध्य प्रदेश में जदयू की जड़ें जमाने की कोशिशमें नीतीशगुट

वहीं बिहार के मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार की टीम शरद यादव के घर मध्य प्रदेश में जदयू कीजड़ें जमाने की कोशिश मेंजुटी है. एक प्रमुख हिंदी समाचार पत्र में छपी रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में नीतीश कुमार अपनी पार्टी को खड़ा करना चाहते हैं, लेकिन घोषित तौर पर उनके निशाने पर शरद यादव नहीं हैं. रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में पार्टी के विस्तार का जिम्मा नीतीश ने अपने राष्ट्रीय महासचिव अखिलेश कटियार को सौंपा है. इसीकड़ीमें अखिलेश कटियार इस समय मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं.

भोपाल दौरे पर पहुंचे अखिलेश कटियार ने यहां पत्रकारों में बातचीत में शरद यादव से जुड़े सवाल पर कहा, शरद जी हमारे सम्मानित नेता हैं. उन्हें किसी ने पार्टी से निकाला नहीं हैं. उन्होंने खुद पार्टी छोड़ी है, लेकिन यह उन्होंने जरूर कहा कि अब शरद जी जदयू की ओर से राज्यसभा के सदस्य भी नहीं रहेंगे. अखिलेश कटियार गुजरात के पटेल समुदाय के नेता हार्दिक पटेल के भी करीबीबतायेजातेहै. वह इससे पहले मध्य प्रदेश में हार्दिक की रैलियां करवा चुके हैं. मंदसौर में हुए किसान गोलीकांड के बाद अखिलेश, हार्दिक को लेकर मंदसौर आये थे. माना जा रहा है कि अब वे उस युवा नेटवर्क कोजदयू से जोड़ने का काम करेंगे.

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