त्योहार में बिहार लौटने वालों के लिए रेलवे ने की कई ट्रेनों की घोषणा

NAWADA NEWS.जिले में त्योहारों का मौसम शुरू होने वाला है. 26 अगस्त को गणेश चतुर्दशी के साथ जहां उत्सवों का दौर शुरू होगा, वहीं उसके बाद दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ जैसे बड़े पर्व आते ही जिले में लौटने वालों की भीड़ रेल यात्रा को मुश्किल बना देती है.

By BABLU KUMAR | August 21, 2025 6:40 PM

मेला और पूजा स्पेशल ट्रेनों का होगा संचालन, फिर भी टिकट मिलना हो रहा मुश्किल

प्रतिनिधि, नवादा नगर

जिले में त्योहारों का मौसम शुरू होने वाला है. 26 अगस्त को गणेश चतुर्दशी के साथ जहां उत्सवों का दौर शुरू होगा, वहीं उसके बाद दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ जैसे बड़े पर्व आते ही जिले में लौटने वालों की भीड़ रेल यात्रा को मुश्किल बना देती है. इस बार भी हालात कुछ अलग नहीं है. दिल्ली, मुंबई सहित अन्य महानगरों से घर लौटने वाले प्रवासियों को टिकट मिलना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. वहीं, रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को देखते हुए कई मेला व पूजा स्पेशल ट्रेनों के संचालन का फैसला किया है, जिससे लोगों को राहत मिलेगी.

दीपावली-छठ पर टिकटों की भारी किल्लत

हर साल की तरह इस साल भी दीपावली और छठ पर्व पर बिहार आना बेहद कठिन साबित होने वाला है. दरअसल दिल्ली और मुंबई से नवादा व गया की ओर आने वाली ट्रेनों की बुकिंग शुरू होते ही कुछ ही मिनटों में सभी सीटें भर गयी. 20 अक्टूबर की यात्रा के लिए जैसे ही बुकिंग खुली, यात्री भारी संख्या में टिकट लेने पहुंचे और सभी सीटें हाथों-हाथ खत्म हो गयी.

20 अक्टूबर को इन ट्रेनों में टिकट रिग्रेट

रेलवे सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली से चलने वाली प्रमुख ट्रेनें 12350 हमसफ़र एक्सप्रेस, 19603 गोड्डा एक्सप्रेस, 11427 पुणे एक्सप्रेस, महाबोधी एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, 12310 राजधानी एक्सप्रेस, 12424 नंदनकानन एक्सप्रेस, 12488 सियालदह एक्सप्रेस और 15657 ब्रह्मपुत्र मेल की सीटें तुरंत फुल हो गयी. वहीं मुंबई से आने वाली 15945 दुर्ग एक्सप्रेस, 19483 अहिल्यनगरी एक्सप्रेस और 12295 संगमित्रा एक्सप्रेस में भी यही स्थिति देखने को मिली. बता दें कि नवादा और गया के हजारों प्रवासी यात्री हर साल छठ और दीपावली पर घर लौटते हैं. लेकिन, टिकट न मिलने की वजह से उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. बहुत से यात्री लंबी वेटिंग लिस्ट पर टिकट लेकर यात्रा की तैयारी कर रहे हैं. कई परिवार मजबूर होकर हवाई जहाज या बस का विकल्प तलाश रहे हैं, मगर उनकी कीमतें आसमान छू रही हैं. यात्रियों का कहना है कि त्योहारों में बिहार लौटना हर साल जंग जीतने जैसा हो जाता है.

रेलवे की बड़ी घोषणा – मेला और पूजा स्पेशल ट्रेनें

यात्रियों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने राहतभरी घोषणा की है. पूर्वी रेलवे ने सितंबर से कई मेला और पूजा स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू करने का निर्णय लिया है. इन ट्रेनों से न सिर्फ नवादा, गया बल्कि पूरे मगध क्षेत्र के लोगों को त्योहारों में घर आने में आसानी होगी. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, हावड़ा से खातीपुरा (जयपुर) के बीच हावड़ा–खातीपुरा स्पेशल ट्रेन गाड़ी संख्या 03007, 28 सितंबर से 2 नवंबर 2025 तक प्रत्येक रविवार को चलेगी. यह ट्रेन हावड़ा से रात 11:00 बजे प्रस्थान कर तीसरे दिन तड़के 3:30 बजे खातीपुरा पहुंचेगी. वापसी में खातीपुरा–हावड़ा स्पेशल ट्रेन गाड़ी संख्या 03008, 30 सितंबर से 4 नवम्बर 2025 तक प्रत्येक मंगलवार को खातीपुरा से सुबह 7:35 बजे चलेगी और अगले दिन शाम 4:50 बजे हावड़ा पहुंचेगी. इन ट्रेनों का ठहराव बैंडेल, बर्द्धमान, दुर्गापुर, आसनसोल, चित्तरंजन, मधुपुर, जसीडीह, झाझा, किऊल, शेखपुरा, नवादा, कोडरमा, गया, सासाराम, पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, आगरा कैंट, भरतपुर, बांदीकुई और दौसा जैसे प्रमुख स्टेशनों पर होगी. इसके अलावा, कोलकाता से किऊल–गया मार्ग होकर वडोदरा और मालदा टाउन से किऊल–गया होकर उधना के लिए भी पूजा स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जायेगा.

गणेश चतुर्दशी से लेकर छठ तक का त्योहारों का मौसम

गणेश चतुर्दशी से लेकर छठ तक का समय लगातार त्योहारों से भरा रहता है. गणेश उत्सव, दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ के दौरान बिहार और झारखंड लौटने वालों की संख्या लाखों में पहुंच जाती है.वहीं रेलवे स्टेशनों पर टिकट को लेकर अफरा-तफरी मच जाती है. ऐसे में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि मेला और पूजा स्पेशल ट्रेनों के परिचालन से इस बार यात्रियों की परेशानियां काफी कम होंगी. लोगों को समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचने में सहूलियत होगी और भीड़ का दबाव भी कम होगा.

यात्रियों की उम्मीदें

यात्रियों का कहना है कि हर साल त्योहारों पर टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में रेलवे द्वारा अतिरिक्त ट्रेनों का चलाया जाना एक बड़ी राहत है. हालांकि यात्रियों ने यह भी कहा कि मांग और भी अधिक है, इसलिए रेलवे को और अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था करनी चाहिए. त्योहारों के दौरान बिहार आना जितना कठिन होता है, उतना ही घर पहुंचने की खुशी भी बड़ी होती है. रेलवे का यह कदम न केवल प्रवासी यात्रियों को सुविधा देगी, बल्कि त्योहारों की खुशियों में भी चार चांद लगायेगा. मेला और पूजा स्पेशल ट्रेनों का परिचालन निश्चित रूप से इस त्योहारी सीजन में लाखों लोगों के लिए उम्मीद की नयी किरण लेकर आयेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है