प्राथमिक विद्यालय जंगल तक नहीं बनी सड़क, खेतों के पगडंडी से होकर स्कूल जाते हैं बच्चे
प्राथमिक विद्यालय जंगल तक नहीं बनी सड़क, खेतों के पगडंडी से होकर स्कूल जाते हैं बच्चे
बरसात में कीचड़ व पानी से बढ़ती है छात्र-छात्राओं की परेशानी, जूते-चप्पल उतार कर जाना पड़ता है स्कूल प्रधानाध्यापक और शिक्षकों ने कई बार की शिकायत, फिर भी नहीं हुआ सड़क निर्माण शंभुगंज. प्रखंड क्षेत्र के झखरा पंचायत अंतर्गत नवसृजित प्राथमिक विद्यालय जंगल तक आज भी कोई पक्की सड़क नहीं बनी है. स्कूल जाने के लिए छात्र-छात्राओं को खेतों के पगडंडी रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे उन्हें हर दिन काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खासकर बरसात के दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाती है. कीचड़ व पानी भर जाने से छात्रों को अपने जूते-चप्पल उतारकर स्कूल जाना पड़ता है, जबकि कई बार तो अधिक पानी रहने के कारण विद्यालय पहुंचना ही मुश्किल हो जाता है. जानकारी के अनुसार इस विद्यालय में डेढ़ सौ से अधिक छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, जिनमें अधिकांश बच्चे महादलित परिवार से आते हैं. विद्यालय तक पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं होने के कारण बच्चे व शिक्षक खेतों के मेढ़ पर बने संकरे रास्ते से होकर आते-जाते हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक देवेंद्र कुमार ने बताया कि कई बार पंचायत प्रतिनिधियों व प्रखंड स्तरीय अधिकारियों से विद्यालय तक सड़क निर्माण की मांग की गयी, लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि बरसात के समय स्कूल पहुंचना शिक्षकों व छात्रों दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती बन जाती है. वहीं झखरा पंचायत की मुखिया अंजिला देवी ने बताया कि विद्यालय तक सड़क निर्माण के लिए जमीन की समस्या है. उन्होंने कहा कि स्कूल के पीछे से होकर एक डांढ़ बहियार की ओर जाती है, जिसके बांध को चौड़ा कर सड़क निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस दिशा में ठोस पहल की जाएगी ताकि छात्र-छात्राओं को आने-जाने में सुविधा मिल सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
