Bihar Election Express: मोहनिया की जनता है गुस्से में, चौपाल में इस मुद्दे पर हो गयी तीखी नोक-झोंक
Bihar Election Express: प्रभात खबर का इलेक्शन एक्सप्रेस तीसरे दिन सोमवार को कैमूर जिले के मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में पहुंचा़ जहां चौक-चौराहे पर चर्चा के दौरान लोगों ने लोगों अपने क्षेत्र की समस्याएं बतायी़ साथ ही कुव्यवस्था को लेकर नेताओं पर सवाल उठाये़ इसके बाद इलेक्शन एक्सप्रेस की टीम मोहनिया शहर स्थित पानास होटल पहुंची, जहां चौपाल आयोजन किया गया. यहां मंच पर अतिथि के रूप में उपस्थित भाजपा, राजद, लोजपा, जन सुराज के नेताओं ने जनता के द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब देकर सुतंष्ट करने का प्रयास किया. इस दौरान नेताओं में तीखी नोक-झोंक भी हुई.
Bihar Election Express: भभुआ नगर. प्रभात खबर का इलेक्शन एक्सप्रेस तीसरे दिन सोमवार को कैमूर जिले के मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में पहुंचा़ चौक-चौराहे पर चर्चा के बाद इलेक्शन एक्सप्रेस की टीम मोहनिया शहर स्थित पानास होटल पहुंची़ जहां चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यहां पूर्व से बड़ी संख्या में आये लोग अपनी बातों को रखने के लिए आतुर दिखे. चौपाल में लोगों ने हर क्षेत्रे से जुड़े मुद्दे उठाये गये. मोहनिया में खासकर सड़क जाम, ट्रामा सेंटर, महिला कॉलेज व भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे उठाये गये. अतिथियों ने लोगों को जवाब देकर संतुष्ट करने का भरपूर प्रयास किया. जवाब से असंतुष्ट लोगों ने हल्के तीखे अंदाज में नाराजगी भी जतायी. वहीं, प्रतिद्वंद्वी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई.
ये नेता रहे मौजूद
चौपाल के मंच पर अतिथि के रूप में भाजपा विधायिका संगीता कुमारी, लोजपा नेता राकेश सिंह, राजद नेता अमित कुमार सिंह, जन सुराज के नेता रामप्रताप सिंह उर्फ बाडू सिंह, कांग्रेस नेता सुनील सिंह, रालोसपा नेता प्रिंस कुमार सिंह मौजूद थे. चौपाल के दौरान लोगों के सवालों पर महिला विधायक, लोजपा नेता, कांग्रेस नेता, राजद नेता सहित मंच पर मौजूद सभी दल के नेताओं ने सधा जवाब दिया. कार्यकर्ता एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए आमने-सामने भी हुए.सत्ता पक्ष ने अपने कार्यकाल में किये गये कार्य गिनाये़ वहीं, विपक्षी दल के नेता व कार्यकर्ता सरकार की कमियां गिनाने में पीछे नहीं रहे.
पांच मुद्दे
1. मोहनिया में व्याप्त जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए बाइपास सड़क का निर्माण नहीं हो रहा.
2.छात्राओं को पढ़ने के लिए मोहनिया में डिग्री कॉलेज की स्थापना नहीं हुआ. बीएड व जीएएनएम करने के लिए फीस में कमी नहीं.
3. बाजार में ठेला, खोमचा लगाने वालों के लिए अस्थायी जगह स्थापित की जाये. जहां वह अपना ठेला, खोमचा लगाकर जीवन यापन कर सके.
4. एक नये बड़े ट्राॅमा सेंटर की स्थापना मोहनिया में करने की उठी मांग, क्योंकि सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद लोग बनारस पहुंचने से पहले दम तोड़ देते हैं.
5.सरकारी कार्यालयों में खासकर अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, बगैर राशि लिए नहीं होता है काम
जनता खामोश दर्शक नहीं, बल्कि सख्त परीक्षक
प्रभात खबर की ओर से आयोजित चौपाल कार्यक्रम ने अब यह साफ कर दिया है कि जनता अब केवल वादों से संतुष्ट नहीं रहने वाली हैं. लोग खुलकर सवाल पूछ रहे हैं. और जवाब मांग रहे हैं. साथ ही नेताओं की कथनी-करनी का हिसाब भी ले रहे हैं. मोहनिया में आयोजित चौपाल में जितने सवाल उठे, उतने ही जख्म भी सामने आये. अधुरा विकास, टूटी उम्मीदें और कुछ हद तक बदले हुए हालात. चुनाव से पहले यह माहौल बताता है कि इस बार जनता खामोश दर्शक नहीं, बल्कि सख्त परीक्षक बनने वाली है व आने वाला आगामी विधानसभा चुनाव में सोच समझकर अपनी प्रत्याशी को जितायेगी जो विधानसभा का विकास पुरी ईमानदारी से कर सके.
