पातिव्रत धर्म का पालन करने में भारत की नारियां सर्वश्रेष्ठ : जीयर स्वामी
हमारे देश में स्त्रियों को प्राप्त है देवी का स्थान
कुदरा.
प्रखंड के नेवरास ग्राम में आयोजित हो रहे श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ में मुख्य कथा वाचक के रूप में सदी के महान संत लक्ष्मी प्रपन्न श्रीमद्जीयर स्वामी जी महाराज ने कथा के क्रम में कहा कि भारत की नारियां पतिव्रत धर्म का पालन करने में सर्वश्रेष्ठ हैं. तभी तो यहां की स्त्रियों को माता का दर्जा प्राप्त है. अन्य देशों में जहां विवाह एक प्रदर्शन मात्र है, हमारी माताएं व बहनें एक पति धर्म के पालन को ही अपना सौभाग्य मानती हैं. वहीं, दूसरी ओर स्वामी जी महाराज ने भारतीय दर्शन व विज्ञान की तुलना अन्य राष्ट्रों के विज्ञान से करते हुए कहा कि जहां अन्य राष्ट्रों के विज्ञान की सीमा समाप्त होती है. वहीं, हमारे देश के विज्ञान की सोच प्रारंभ होती है. दुनियाभर का विज्ञान अपनी प्रगति में विनाश को प्राथमिकता देता है. जबकि भारतीय दर्शन व विज्ञान सृजन पालन तथा पोषण को अपना लक्ष्य बनाती है. जहां एक ओर विश्व के वैज्ञानिक विनाशकारी अस्त्र-शस्त्र निर्माण को प्राथमिकता देते हैं. हमारा देश जीवन को प्राथमिकता देता है. हम सद्भाव सदाचार व समन्वय को अपना ध्येय मानते हैं. विश्व दर्शन में स्वामी विवेकानंद के योगदान की विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने भारतीय दर्शन की महत्ता को रेखांकित किया. जैसा कि ज्ञात है नेवरास ग्राम में लक्ष्मी प्रपन्न श्रीमद् जीयर स्वामी जी महाराज के पावन सानिध्य में श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ का आयोजन दिनांक 15 अप्रैल 2025 से दिनांक 22 अप्रैल 2025 तक किया जा रहा है. यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ भव्य भंडारे का आयोजन 22 अप्रैल को सुनिश्चित किया गया है. आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि दूर-दूर से श्रद्धालु यज्ञशाला की परिक्रमा करने व पूज्य गुरुदेव एवं अन्य संतों की वाणी व मंगलमयी कथा का रसास्वादन कर इस गांव की भूमि को धन्य कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
