बिहार के जहानाबाद में महिला सिपाही ने की आत्महत्या, जेल परिसर में ही फंदे से लटककर दे दी जान
Bihar Suicide News: जहानाबाद के मंडल कारा काको में तैनात महिला कक्षपाल शिवानी कुमारी ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली. घटना से जेल परिसर में हड़कंप मच गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है, जबकि आत्महत्या के पीछे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है.
Bihar Suicide News: बिहार के जहानाबाद जिले के मंडल कारा काको में बुधवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई. जब वहां तैनात महिला आरक्षी कक्षपाल 27 वर्षीय शिवानी कुमारी ने आत्महत्या कर ली. मृतका कटिहार जिले के मनिहारी थाना क्षेत्र अंतर्गत बरौनी गांव निवासी उपेंद्र प्रसाद गुप्ता की पुत्री थीं. वे पिछले एक वर्ष से मंडल कारा काको में पदस्थापित थीं.
घटना की पुष्टि स्वयं पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह ने की है. उन्होंने बताया कि शिवानी कुमारी ने जेल परिसर में आत्महत्या की है. परिजनों को सूचना दे दी गई है और उनके आवेदन के आधार पर पुलिस सभी पहलुओं से जांच में जुटी है.
कमरे में अकेली थी, फंदे से लटकी मिली
प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला कक्षपाल जेल परिसर के ब्लॉक नंबर दो के दूसरे तल्ले पर बने सरकारी आवास में रहती थीं. बुधवार की दोपहर वह अपने कमरे में अकेली थीं. इसी दौरान उन्होंने छत में लगे लोहे के हुक में दुपट्टे से फंदा बनाकर जान दे दी.
जेल प्रशासन ने कई घंटों तक दबाए रखा मामला
घटना के बाद जेल प्रशासन ने कई घंटों तक मामले को दबाए रखा. बाद में जब सूचना स्थानीय काको थाना को दी गई तो थाना प्रभारी सुनील कुमार मौके पर पहुंचे और उच्च अधिकारियों को सूचना दी. इसके बाद जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय, एसपी अरविंद प्रताप सिंह, एसडीपीओ संजीव कुमार सहित कई आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की गंभीरता से जांच की.
फोरेंसिक टीम ने लिए नमूने
घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर कमरे की बारीकी से जांच की और कई साक्ष्य एकत्र किए. शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया, लेकिन परिजनों के नहीं पहुंचने के कारण पोस्टमार्टम देर शाम तक नहीं हो सका.
कारण अब तक अज्ञात
इस आत्महत्या की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. न ही कोई सुसाइड नोट बरामद हुआ है. पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए मृतका के कॉल डिटेल, मानसिक स्थिति और व्यक्तिगत जीवन से जुड़े पहलुओं की भी जांच कर रही है.
Also Read: सरहद पर सबसे आगे बिहारी, पाकिस्तान का मिट सकता है नामोनिशान…, सेना के लिए तेजस्वी ने भरी हुंकार
