Gopalganj News : सासामुसा चीनी मिल के चालू होने की उम्मीद बढ़ी, सरकार करा रही तीन चीनी मिलों का अवलोकन

Gopalganj News : लंबे समय से बंद पड़ी सासामुसा चीनी मिल फिर से चालू करने की उम्मीद जगी है. चार वर्षों से बंद रीगा चीनी मिल के संचालन के बाद, गोपालगंज व सीतामढ़ी की बंद चीनी मिलों के चालू होने की संभावना बढ़ गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 28, 2025 10:00 PM

गोपालगंज. लंबे समय से बंद पड़ी सासामुसा चीनी मिल फिर से चालू करने की उम्मीद जगी है. चार वर्षों से बंद रीगा चीनी मिल के संचालन के बाद, गोपालगंज व सीतामढ़ी की बंद चीनी मिलों के चालू होने की संभावना बढ़ गयी है. इस संबंध में बिहार सरकार के गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने ””प्रभात खबर”” से महत्वपूर्ण जानकारी साझा की.

गन्ना किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले रही राज्य सरकार

गन्ना उद्योग मंत्री ने कहा, गोपालगंज जिला, जो कभी गन्ना उत्पादन के लिए प्रसिद्ध था, आज बंद पड़ी चीनी मिलों की वजह से गन्ना की खेती पर संकट का सामना कर रहा है. हालांकि, सरकार ने गन्ना किसानों को राहत देने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है. गन्ना उद्योग मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले रही है और उनके लिए लगातार काम कर रही है.

रिपोर्ट के आधार पर उठाये जायेंगे कदम

मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने रीगा चीनी मिल को चालू करा दिया है और इस सत्र से मिल में गन्ने की पेराई भी की है. इसके अलावा, बिहार सरकार बंद पड़ीं तीन चीनी मिलों के संचालन के लिए गंभीर प्रयास कर रही है. इनमें से दो मिलें सीतामढ़ी में और एक मिल गोपालगंज के सासामुसा क्षेत्र में स्थित हैं. मंत्री ने बताया कि इन मिलों के चालू होने की प्रक्रिया के लिए सरकार ने अवलोकन शुरू कर दिया है और रिपोर्ट के आधार पर अगले कदम उठाये जायेंगे. बिहार सरकार ने गन्ना किसानों के हित में कई पहल की हैं. मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने गन्ना किसानों के लिए न्यूनतम मूल्य में 20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री गन्ना विकास योजना के तहत उत्तम खाद, उत्तम बीज और कृषि यंत्रों पर अनुदान भी दिया जा रहा है. इससे किसानों को खेती में मदद मिल रही है और उनकी आय में वृद्धि हो रही है.

50 प्रतिशत अनुदान देकर गुड़ प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने में दी जा रही मदद

कृष्णनंदन पासवान ने यह भी कहा कि जिन क्षेत्रों में गन्ने की खेती लगभग खत्म हो गयी है, वहां के किसानों को गुड़ प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. सरकार इच्छुक किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान देकर गुड़ प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने में मदद कर रही है. इससे गन्ना उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और गन्ना किसान आर्थिक रूप से सशक्त होंगे. गन्ना उद्योग मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि राज्य सरकार आने वाले दिनों में गन्ना किसानों को और अधिक प्रोत्साहन देने का प्रयास करेगी. इसके साथ ही, बंद पड़ीं चीनी मिलों के संचालन की दिशा में भी सरकार सक्रिय रूप से काम कर रही है. यह कदम किसानों के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाने के साथ-साथ गन्ना उद्योग को भी पुनर्जीवित करेगा. सरकार का यह प्रयास गन्ना किसानों के लिए बड़ी राहत का कारण बनेगा और राज्य में चीनी मिलों के बंद होने से उत्पन्न संकट को दूर करने में मदद करेगा.

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