Pitru Paksha 2025: इस बार पितृपक्ष मेले में होगा ये खास इंतजाम, सस्ती रोटी के साथ मिलेंगी और भी कई सुविधाएं
Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष मेले में इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने एक नई पहल की है. जिसके तहत शहर में ‘दीदी की रसोई’ चलाई जाएगी, जहां सस्ती रोटियां उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके अलावा ठहरने और आराम करने की पूरी व्यवस्था होगी.
Pitru Paksha 2025: बिहार के गयाजी जिले में इस साल पितृपक्ष महासंगम को लेकर तैयारियां ज़ोरों पर हैं. 6 सितंबर से 21 सितंबर तक चलने वाले इस मेला में हर साल की तरह इस बार भी देश-विदेश से करीब 12 से 15 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. ऐसे में जिला प्रशासन पहले से ही पूरी तरह सतर्क है और व्यवस्थाएं बेहतर बनाने में जुटा है. श्रद्धालुओं को ठहरने, खाने और आने-जाने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए करीब एक महीने पहले से ही काम शुरू कर दिया गया है. प्रशासन ने इस बार पहले से ज्यादा सुविधाएं देने का दावा किया है.
रहने-खाने की होगी पूरी व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गयाजी में टेंट सिटी बनाई जाएगी, जहां रहने और खाने की पूरी व्यवस्था रहेगी. इसके अलावा कई होटल, स्कूल और धर्मशालाओं में भी ठहरने की व्यवस्था की जा रही है. खाने-पीने की बात करें तो टेंट सिटी में समाजसेवियों द्वारा फ्री में खाना उपलब्ध कराया जाएगा.
दीदी की रसोई में मिलेगी सस्ती रोटियां
डीएम शशांक शुभंकर की माने तो, बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को खाने-पीने में जो परेशानी होती थी, उसे इस बार दूर किया जा रहा है. जो लोग बाहर से खाना लेना चाहेंगे, उनके लिए इस बार “सस्ती रोटी” नाम की एक नई पहल शुरू की जा रही है. जिला प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र में जगह-जगह ‘दीदी की रसोई’ चलाई जाएगी, जहां श्रद्धालुओं को कम कीमत पर सादा और साफ खाना मिल सकेगा. यह व्यवस्था डीएम की पहल पर पहली बार शुरू की जा रही है.
12 लाख से अधिक श्रद्धालु करते है पिंडदान
करीब 12 लाख से ज्यादा श्रद्धालु हर साल गयाजी आते हैं, जिनमें दो लाख से अधिक 17 दिन तक रुककर पिंडदान करते हैं. ऐसे में कुछ लोग होटल में रुकते हैं, तो कई श्रद्धालु प्रशासन द्वारा बनाए गए ठहरने के स्थानों पर रहते हैं.
(जयश्री आनंद की रिपोर्ट)
