ग्रामीण चिकित्सकों को दिया प्रशिक्षण
पीएचसी परिसर में बुधवार को प्रभारी डॉ कृष्ण चंद्र महासेठ की अध्यक्षता में ग्रामीण चिकित्सकों को टीबी उन्मूलन अभियान के तहत प्रशिक्षण दिया गया.
तारडीह. पीएचसी परिसर में बुधवार को प्रभारी डॉ कृष्ण चंद्र महासेठ की अध्यक्षता में ग्रामीण चिकित्सकों को टीबी उन्मूलन अभियान के तहत प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान वर्ष 2025 तक चलने वाली टीबी उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए ग्रामीणों में जागरूकता पैदा करने के तरीके बताये गये. वहीं गांवों में टीबी मरीजों की पहचान कैसे हो, पहचान के बाद प्रारंभिक स्टेज में उनका कहां इलाज कराया जाना चाहिए, कौन-कौन सी दवाओं का सेवन करना चाहिए, किन चीजों से परहेज करनी चाहिए, इसकी जानकारी दी गयी. प्रभारी ने कहा कि जानकारी के अभाव में गांव के लोग यक्ष्मा रोग की पहचान नहीं कर पाते हैं. इसकी वास्तविक जांच की जानकारी नहीं रहती है, इससे रोगी को पता नहीं चल पाता है. इस बीमारी का इलाज संभव है. प्रभारी ने बताया कि दरअसल गांव के लोग सबसे पहले ग्रामीण चिकित्सक व स्थानीय प्रेक्टिशनर से किसी बीमारी या रोग का इलाज कराने जाते हैं. ग्रामीण चिकित्सक की पंहुच हर घर तक रहती है. इसलिए टीबी उन्मूलन अभियान में उनकी भागीदारी अहम है. उन्होंने ग्रामीण चिकित्सकों को इस तरह की मरीज की पहचान होने पर उन्हें पीएचसी तक लाने की अपील की. मौके पर हेल्थ मैनेजर दुखहरण यादव, ग्रामीण चिकित्सक संघ के प्रखंड अध्यक्ष बबलू कुमार सिंह समेत सभी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.
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