डुमरांव में अब तक 6000 हेक्टेयर में हुई गेहूं की बोआई, 13155 हेक्टेयर में गेहूं की खेती का लक्ष्य
प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों के खेतों से धान की कटनी होने के बाद किसान अब गेहूं तथा रबी फसल की खेती में जुटे हुए हैं.
डुमरांव. प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों के खेतों से धान की कटनी होने के बाद किसान अब गेहूं तथा रबी फसल की खेती में जुटे हुए हैं. जब कि कुछ जगहों पर अभी भी धान की कटनी बाकी है, इन जगहों के किसानों के बीच गेहूं की खेती को लेकर खेतों से धान की फसल काटने की चिंता सता रही है. किसानों का कहना है कि धान की फसल काटने के बाद शीघ्र गेहूं की बुआई करनी है. वहीं प्रखंड में इस बार 13155 हेक्टेयर में गेहूं की खेती का लक्ष्य रखा है. जिसमें अबतक 6000 हेक्टेयर में गेहूं की बोआई का कार्य हुआ है. जब कि कुछ जगहों पर लगातार किसानों के खेतों से धान की कटनी की जा रही है. लोगों ने इलाके के विभिन्न क्षेत्रों में किसान रबी फसल की खेती में जुट गए हैं और वहीं गेहूं की बोआई भी कुछ जगहों पर हो गयी है, जहां कुछ पंचायतों में पूर्व में गेहूं की बुआई होने के बाद अब फसल हरियाली की तरफ बढ़ने लगी है. जब अधिकांश जगहों पर किसानों के खेतों को जुताई कर गेहूं की बुआई की जा रही है. किसानों ने बताया कि अभी गेहूं की बुआई पूरी करने के बाद अब सिंचाई की चिंता सता रही है, किसानों ने कहा कि अगर समय से नहरों में पानी आ जाए तो किसानों के साथ साथ फसलों के लिए बेहतर होगी. इस बाबत जानकारी देते हुए कृषि समन्यवक राजीव रंजन ने बताया कि इस बार डुमरांव प्रखंड में 13155 हेक्टेयर में गेहूं की खेती का लक्ष्य रखा गया है जबकि अब तक 6000 हेक्टेयर में गेहूं की बुआई भी की जा चुकी है.
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