bhagalpur news. सिटी में बनेंगे नये शौचालय और यूरिनल, खर्च होंगे 8.84 करोड़
भागलपुर नगर निगम शहर में स्वच्छता और जनसुविधा को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है.
भागलपुर नगर निगम शहर में स्वच्छता और जनसुविधा को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है. अब शहर के हर वार्ड में सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय के साथ यूरिनल का निर्माण किया जायेगा. नगर निगम ने इसके लिए वार्डवार सर्वे पूरा कर लिया है और पार्षदों से संभावित स्थलों की सूची भी मंगवा ली है. इसके आधार पर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी है. हर तीन वार्ड पर सामुदायिक शौचालय निर्माण पर निगम 42 लाख रुपये खर्च करेगा. 51 वार्डों के लिए यह राशि 7 करोड़ 14 लाख रुपये तक खर्च होगी. इसके अलावा वार्ड एक से 25 और 26 से 51 तक पांच सीटर यूरिनल बनाये जायेंगे, जिस पर 94 लाख 40 हजार रुपये खर्च आयेगा. इस तरह शौचालय और यूरिनल निर्माण पर नगर निगम की कुल लागत 8 करोड़ 84 लाख रुपये होगी. निगम अधिकारियों का कहना है कि इन सुविधाओं से शहरवासियों को खुले में शौच की समस्या से छुटकारा मिलेगा और सार्वजनिक स्थल अधिक स्वच्छ रहेंगे. यूरिनल के निर्माण से लोगों को भीड़भाड़ वाले बाजार क्षेत्रों और चौक-चौराहों पर राहत मिलेगी. इन सुविधाओं से न केवल बीमारियों का खतरा घटेगा बल्कि शहर की छवि भी बदलेगी. स्वच्छ भारत मिशन को भी नयी गति मिलेगी और नागरिकों का जीवन स्तर सुधरेगा. 17 ग्रुप में शौचालय और 02 ग्रुप में यूरिनल का होगा निर्माण नगर निगम शौचालय और यूरिनल निर्माण के लिए कार्य को ग्रुप में बांटा है. 17 ग्रुप में सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करायेगा. वहीं, यूरिनल का निर्माण दो ग्रुप में होगा. 16 अक्तूबर को बहाल होगी एजेंसी नगर निगम ने एजेंसी बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए निविदा जारी की है. 16 अक्तूबर को निविदा खोलकर एजेंसी बहाल करेगी और वर्क ऑर्डर जारी कर निर्माण का कार्य शुरू करायेगा. एजेंसी को हर हाल में तीन महीने में निर्माण कराना अनिवार्य होगा. आधा दर्जन यूरिनल का सालों बाद भी नहीं हुआ उद्घाटन सिटी में आधा दर्जन यूरिनल सालों बाद भी उद्घाटन नहीं हो सका. मजे की बात यह है कि निगम ने एक जगह रेलवे स्टेशन के नजदीक लोहिया पुल के पास यूरिनल को बेकार बताकर ध्वस्त करा दिया गया. वर्तमान में अभी भी पांच जगहों पर टाइल्स-मार्बल लगा यूरिनल बेकार पड़ है. सुविधा व्यवस्था नहीं रहने से यूजलेस है. जबकि, इसके निर्माण पर लाखों खर्च किया गया था. बेहार पड़े यूरिनल में दो सीटर आकाशवाणी चौक के पास, महात्मा गांधी पथ पर रॉयल दरबार के सामने 02 सीटर, व्यवहार न्यायालय मुख्य गेट के पास, मनाली होटल के पास 02 सीटर एवं होली फैमिली स्कूल के सामन 02 सीटर का यूरिनल शामिल है. ठेके पर नहीं दिया जा सका आधा दर्जन पब्लिक टायलेट सालों पहले शहर में बने आधा दर्जन पब्लिक टायलेट को चलाने के लिए कांट्रैक्ट पर देने की कवायद आज तक पेच में फंसी है. कई बार संचालनकर्ता की बहाली के लिए निगम ने निविदा जारी की लेकिन, इसको पूरी करने मे निगम फेल साबित होकर रह गया. अभी हाल में भी निविदा जारी की गयी थी. इधर, पूर्व में जो संचालनकर्ता है वही, इसको चला रहा है. जबकि, तीन साल की कांट्रैक्ट अवधि सालों पहले पूरी हो चुकी है. इनमें बूढ़ानाथ, छमिया गली, मरवाड़ी पाठशाला, कोतवाली चौक केनिकट, शंकर टॉकिज के निकट, मिनी मार्केट, रेलवे स्टेशन के पास पब्लिक टायलेट है. कहीं 05 सीटर है, तो कहीं का 15 सीटर पब्लिक टायलेट है.
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