तू ही तो वो है जिसकी आने की आस लगी थी…
निंदिया की बेला पुकारे, ओ मेरे राजा दुलारे, तुझको सुलाऊं, लोरी सुनाऊं, ओ मेरे अंखियों के तारे.
बेतिया. निंदिया की बेला पुकारे, ओ मेरे राजा दुलारे, तुझको सुलाऊं, लोरी सुनाऊं, ओ मेरे अंखियों के तारे. तू ही तो वो है जिसकी, आने की आस लगी थी… नगर के महागिरजाघर नेटिविटी ऑफ द ब्लेस्ड वर्जिन मेरी में आयोजित क्रिसमस की मध्य रात्रि मिस्सा में क्वायर मंडली के सदस्यों ने जैसे ही इस गीत को गुनगुनाया. मिडनाइट मास में मौजूद श्रद्धालु भक्ति भाव में लीन हो गये. इससे पूर्व श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बेतिया धर्मप्रांत के बिशप पीटर सेवास्टियन गोवियस ने कहा कि मानव रूप में प्रभु येसु का जन्म, ईश्वर का प्रेम तथा हमारे प्रति उनकी इच्छा को प्रदर्शित करता है. क्रिसमस समस्त मानव जाति के लिए उपहार है. हमारा दायित्व है कि हम सब जीवन की आशा और खुशियां को सभी लोगों के बीच बांटें. बिशप ने कहा कि इस शुभ दिन के मौके पर मैं आप सबको प्रेम और शांति की शुभकामना देता हूं. ईश्वर के प्रति धन्यवाद और कृतज्ञता प्रकट करता हूं. क्योंकि उसने अपने इकलौते पुत्र को हमारे बीच प्रेम, शांति, न्याय और धार्मिकता साबित करने के लिए इस संसार में भेजा. हम सब अपने जीवन में सरलता और विनम्रता लाकर उसे दूसरों के लिए समर्पित करें. अपने परिवार और समाज के लिए प्रार्थना करें. समारोही मिस्सा में महागिरजाघर के कार्यवाहक मुख्य पुरोहित फादर फ्रांसिस खलको, फादर संदीप, फादर लुकस के साथ-साथ भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें. क्वायर टीम (संगीत मंडली) के सदस्यों ने रात्रि 11 बजे से ही कैरोल गीत गाकर समारोह में चार चांद लगा दिया. जिसके पश्चात मध्यरात्रि 12 बजे से आरंभ हुए समारोही मिस्सा में क्वायर टीम के सदस्यों ने एक से बढ़कर एक भक्ति भाव के गीतों को प्रस्तुत किया. ————- गिरजाघर के आसपास दिखा मेले सा नजारा गुरुवार सुबह से ही अन्य समुदाय के लोगों का गिरजाघर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. दिनभर पूरा गिरजाघर परिसर दूसरे समुदाय के लोगों से भरा रहा. गिरजाघर परिसर स्थित मां मरियम के ग्रोटो में स्थापित मूर्ति के समक्ष लोग कैंडल जलाकर प्रार्थना करते हुए दिखाई दे रहे थे. दर्शन करने आने वाले लोग परिसर में बनी बालक येसु के जन्मस्थल गौशाला के समीप शीश नवा कर प्रार्थना किये. वहीं गिरजाघर परिसर के बाहर क्रीम केक, फास्ट फूड के दुकान लगे होने के कारण वहां मेले जैसा नजारा दिख रहा था. लोगों और दुकानदारों की भीड़ होने के कारण जाम की स्थिति दिख रही थी. पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर था. ———- अन्य गिरजाघरों में भी मना बड़ा दिन का जश्न मैनाटांड़ के रामपुर में कैथोलिक समुदाय ने क्रिसमस का पर्व धूमधाम से मनाया. रामपुर में स्थित संत फ्रांसिस चर्च में विशेष प्रार्थना हुई. मध्यरात्रि में घंटी बजी और लोगों ने एक दूसरे को हैप्पी क्रिसमस की बधाई देकर केक खिलाया. चनपटिया के आवर लेडी ऑफ मदर ऑफ काउंसिल चर्च में देर रात क्रिसमस का पर्व श्रद्धा और खुशी के माहौल में मनाया गया. समारोही मिस्सा का नेतृत्व फादर आनंद पास्कल, फादर किशोर रेड्डी, फादर चेम्बरलीन और फादर सिबी ने किया. संत जॉन पॉल विद्यालय परिसर में लगे मेले में बच्चों के लिए खेल, खाने-पीने के स्टॉल और मनोरंजन के कार्यक्रम विशेष आकर्षण रहे. बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी ने मेले का आनंद लिया.
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