भंगहा में बाघ का आतंक, गन्ने के खेत में नीलगाय का शिकार, ग्रामीणों में दहशत
भंगहा थाना क्षेत्र अंतर्गत भंगहा गांव के सरेह स्थित गन्ने के खेत में बाघ द्वारा नीलगाय को शिकार बनाए जाने की घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है.
मैनाटांड़/इनरवा. भंगहा थाना क्षेत्र अंतर्गत भंगहा गांव के सरेह स्थित गन्ने के खेत में बाघ द्वारा नीलगाय को शिकार बनाए जाने की घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है. ग्रामीणों कैलाश महतो, बिरजू मांझी, मुन्ना सिंह, जितेन्द्र यादव, मुन्ना यादव, रंजीत सिंह, जमाल मियां के अनुसार सुबह खेतों की ओर जाने के दौरान गन्ने के खेत में नीलगाय का क्षत-विक्षत शव देखा गया, जिसके आसपास बाघ के ताजे पदचिह्न भी मिले. घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए, जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और क्षेत्र को सुरक्षित करते हुए बाघ की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी. वनकर्मियों द्वारा बाघ के पदचिह्नों और मूवमेंट को ट्रैक किया जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बाघ किस दिशा में गया है और वर्तमान में उसकी स्थिति क्या है. इस संबंध में मंगुराहा वन क्षेत्र के रेंजर सुनील पाठक ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा बाघ के देखे जाने और नीलगाय को अपना निवाला बनाने की पुख्ता जानकारी मिली है. उन्होंने कहा कि बाघ के पद मार्ग को लगातार ट्रैक किया जा रहा है और बहुत जल्द उसे सुरक्षित तरीके से जंगल की ओर भेज दिया जाएगा. फिलहाल एहतियात के तौर पर ग्रामीणों को खेतों में अकेले न जाने, बच्चों और मवेशियों पर विशेष निगरानी रखने तथा किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना वन विभाग को देने की अपील की गई है. वन विभाग की सक्रियता के बीच ग्रामीणों में अभी भी भय का माहौल बना हुआ है. लोगों को आशंका है कि बाघ दोबारा गांव की ओर न आ जाए। वहीं प्रशासन और वन विभाग द्वारा लगातार गश्त बढ़ाई जा रही है, ताकि किसी भी अनहोनी को रोका जा सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
