श्मशान घाट पर शव जलाने से रोकने पर दो पक्ष उलझे

एक पक्ष के लोग शव लेकर शमशान घाट पर जलाने आए तो दूसरे पक्षों के लोगों ने इसका प्रतिकार पर श्मशान घाट पर शव जलाने से रोक दिया.

By RANJEET THAKUR | December 29, 2025 10:03 PM

चनपटिया . थाना क्षेत्र के महनाकुली बढ़ईटोला वार्ड पांच में सोमवार की सुबह शमशान घाट पर शव जलाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए. एक पक्ष के लोग शव लेकर शमशान घाट पर जलाने आए तो दूसरे पक्षों के लोगों ने इसका प्रतिकार पर श्मशान घाट पर शव जलाने से रोक दिया. इससे दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया. पहले पक्ष के लोग शव जलाने पर आमादा थे, जबकि दूसरे पक्ष के लोग यहां शव नहीं जलाने देने को लेकर अड़ गए. दोनों पक्षों में मारपीट की नौबत आ गई. इसी बीच किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. सूचना पर चनपटिया थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझने का प्रयास की. इस क्रम में चनपटिया विधायक अभिषेक रंजन भी मौके पर पहुंच आपसी सौहार्द बनाने का अपील किया, लेकिन लोग बात सुनने को तैयार नहीं थे. स्थिति बिगड़ते देख सदर एसडीपीओ विवेक दीप, अंचलाधिकारी कमलकांत सिंह, चनपटिया थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, एसआई शशिकांत दुबे, वीरेन्द्र कुमार, रंजीत सिंह, डायल 112 की टीम के साथ मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित कर लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया. करीब दो घंटे के बाद पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में शव जलाने की प्रक्रिया शुरू हुई. इसके कुछ देर के बाद एसडीएम विकास कुमार भी मौके पर पहुंचे. जानकारी के अनुसार नुनियाटोला के बाडू महतो की 80 वर्षीय पत्नी की रविवार की रात बीमारी से मौत हो गई. गांव के लोग सोमवार की सुबह शव लेकर बढ़ई टोला श्मशान घाट में जलाने पहुंचे. तभी बढ़ई टोला के कतिपय ग्रामीण विरोध करते हुए यहां शव जलाने से रोक दिया. विरोध करने वाले लोगों का कहना था कि शमशान घाट के आसपास उन लोगों का घर है. शव जलाने पर इसका धुआं उनके घरों तक पहुंचता है, जिससे उन लोगों को काफी परेशानी होती है. इस कारण यहां शव नहीं जलाया जाएगा. जबकि पहले पक्ष के लोगों का कहना था कि सदियों से यहां शव जलाया जाता रहा है. सरकार की ओर से शमशान घाट की बाउंड्री भी की गई है. मौके पर पहुंचे एसडीएम ने प्रभारी थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि शव जलाने से जिन्होंने भी रोका है, उन्हें चिन्हित कर उनके खिलाफ 107 की कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजे. उन्होंने कहा कि कानून को हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती. अगर किसी को किसी प्रकार की आपत्ति है, तो वह पुलिस प्रशासन से शिकायत करें. जांच कर उस पर कार्रवाई होगी.

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