शहर में मच्छरों का आतंक, निगम बेखबर

संबंधित लोगो लगा देंगे प्रतिनिधि, बांकागरमी की आहट होते ही मच्छरों के आतंक से लोगों की नींद हराम होने लगी है. शाम होते ही घर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगता है. मच्छरों के प्रकोप से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने अभी तक कोई तैयारी शुरू नहीं की है. लाखों रुपये की लागत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2015 11:04 PM

संबंधित लोगो लगा देंगे प्रतिनिधि, बांकागरमी की आहट होते ही मच्छरों के आतंक से लोगों की नींद हराम होने लगी है. शाम होते ही घर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगता है. मच्छरों के प्रकोप से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने अभी तक कोई तैयारी शुरू नहीं की है. लाखों रुपये की लागत से दो साल पहले निगम ने एक छोटी फॉगिंग मशीन मंगायी थी, लेकिन उससे हर महीने छिड़काव नहीं किया जा रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि निगम ने मशीन तो खरीद ली, लेकिन उसे चलाने के लिए ना तो गाड़ी की खरीदारी की, ना ही रखरखाव के लिए किसी फंड की व्यवस्था. स्थिति यह है कि निर्देश मिलने के बाद छिड़काव किया जाता है. इस संबंध में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी आलोक कुमार से जानकारी लेने की कोशिश की गयी तो उन्होंने बाद में बात करने की बात कही. पुआल जला कर भगाते हैं मच्छर शहर से लेकर ग्रामीणों क्षेत्र में भी मच्छरों का आतंक जारी है. ग्रामीण क्षेत्र में लोग मच्छर से बचने के लिए तरह-तरह के जुगाड़ अपना रहे हैं. मालूम हो कि रात होने से पहले लोग मच्छर से राहत पाने के लिए अपने घर के आस-पास पुआल, निसवार का पत्ता जला कर धुआं करते हैं. ग्रामीण बताते हैं कि इस तरह के धुआं करने से कुछ समय के लिए राहत तो मिलती है लेकिन धुआ खत्म होने के बाद मच्छरों का आतंक पुन: जारी हो जाता है.