हरहंगीटोला और कोईलवर के बाद गोपालपुर में भी मरा मिला कौआ
हरहंगीटोला और कोईलवर में कौआ मरने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि भगवतपुर में भी कौआ के मरने की खबर आ गयी.
कोईलवर.
हरहंगीटोला और कोईलवर में कौआ मरने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि भगवतपुर में भी कौआ के मरने की खबर आ गयी. ताजा मामला गोपालपुर पंचायत के भगवतपुर ग्राम का है जहां एक कौवे की अचानक शनिवार को मृत्यु हो गयी. बता दें कि दो दिन पहले प्रखंड के हरहंगी टोला में एक साथ दो दर्जन कौवों के मरने से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया था. अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि कोईलवर में शुक्रवार को नगर पंचायत के वार्ड नंबर सात में एक कौआ अचानक मरा हुआ पाया गया था. इसी क्रम में शनिवार को गोपालपुर पंचायत के भगवतपुर में पूर्व वार्ड सदस्य विशम्भरनाथ सिंह के छत पर एक कौवे की अचानक गीरकर मृत्यु हो गयी. विशंभर नाथ सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मैं अपने घर की छत पर गया था तो देखा कि एक कौवा आसमान से उड़ता हुआ आया और अचानक से मेरी छत पर गिरकर मर गया. आसपास के इलाकों के लोगों के बीच में ऐसी चर्चा है कि कौआ का मरना शुभ नहीं होता है यह क्षेत्र में किसी आपदा या अनहोनी की सूचना होती है. इस संबंध में सरकारी पशु चिकित्सा डॉ विशाल कुमार ने बताया कि बर्ड फ्लू जैसी कोई बात नहीं है फिर भी एहतियातन हरहंगी टोला के पांच से सात किलोमीटर के क्षेत्र 16 मुर्गियों का सीरम और 25 मुर्गियों का स्वैब टेस्ट के लिए लिया गया है. जिस नमूना को पटना और भोपाल जांच के लिए भेजा गया है. उन्होंने बताया कि आजकल आम के मंजर में किसानों के द्वारा फल रक्षा हेतु दवा का छिड़काव किया जा रहा है कौवे उस फल को खाकर भी इस प्रकार से अचानक गिरकर मर सकते हैं इस बात का अंदेशा है. उन्होंने कहा कि किसानों के खेत में कुछ चूहे विषाक्त चीजों को खा लेते हैं कौवे उन मरे हुए चूहों को खाकर भी इस प्रकार से गिरकर मर सकते हैं. सभी एंगल से जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वस्तु स्थिति का पता चल सकेगा कि आखिर कौवे कैसे मार रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
