Hockey Word Cup से पहले भारतीय टीम में होगी छंटनी, सीनियर खिलाड़ियों को चुन-चुनकर किया जाएगा बाहर
Hockey Word Cup: भारतीय हॉकी टीम आगामी हॉकी वर्ल्ड कप 2025 की तैयारी में जुटी हुई है और इसी कड़ी में टीम में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. खबरों के अनुसार टीम मैनेजमेंट इस बार सीनियर खिलाड़ियों को बाहर कर नये खिलाड़ियों को मौका देने की योजना बना रहा है. यह छंटनी और बदलाव टीम को और मजबूत बनाने की कोशिश है ताकि वर्ल्ड कप की तैयारी बेहतर हो सके. अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि आखिरकार टीम इंडिया का अंतिम स्क्वॉड कैसा होगा और कौन-कौन खिलाड़ी इसमें जगह बनाएंगे.
Hockey Word Cup: हॉकी इंडिया चयन समिति के अध्यक्ष आरपी सिंह ने कहा कि आगामी एफआईएच जूनियर विश्व कप के लिए चयन ट्रायल 13 सितंबर को बेंगलुरु में होंगे और उन्होंने संकेत दिया कि वे कोर ग्रुप में अपेक्षा से अनुरूप प्रदर्शन नहीं करने वाले सीनियर खिलाड़ियों को चरणबद्ध तरीके से हटाने की प्रक्रिया में हैं. सिंह ने कहा कि विश्व कप के लिए जूनियर टीम का चयन हाल के यूरोपीय दौरे और चल रहे राष्ट्रीय शिविर में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा. सिंह ने रविवार को यहां पुरुष एशिया कप के दौरान समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘जूनियर विश्व कप के लिए चयन ट्रायल 13 सितंबर को बेंगलुरु में होंगे. जूनियर खिलाड़ियों में काफी प्रतिभा है और हमें विश्वास है कि वे विश्व कप में हमारे लिए पदक जीत सकते हैं.’ reshuffle of Indian team before Hockey Word Cup senior players to be dropped
एशिया कप के बाद सीनियर टीम में बड़े बदलाव
चयन समिति के अध्यक्ष ने कहा कि एशिया कप के बाद सीनियर टीम में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं और जूनियर विश्व कप के बाद युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कोई भी खिलाड़ी टीम में अपनी जगह पक्की नहीं मान सकता और भारत के विश्व कप पदक के सूखे को खत्म करने के लिए कुछ कड़े फैसले लिए जाएंगे. भारत ने आखिरी विश्व कप पदक (टूर्नामेंट में उनका एकमात्र स्वर्ण पदक) 1975 में कुआलालंपुर में अजीतपाल सिंह की कप्तानी में जीता था. सिंह ने कहा, ‘पांच दशक से हमने विश्व कप पदक नहीं जीता है इसलिए हमें कुछ कड़े फैसले लेने होंगे. कुछ खिलाड़ी अब भी सवालों के घेरे में हैं और हम एशिया कप के बाद उनके प्रदर्शन का आकलन करेंगे.’
उभरते खिलाड़ियों पर चयनकर्ताओं का पूरा ध्यान
उन्होंने कहा, ‘हमें अपनी टीम बनाते समय उभरते खिलाड़ियों पर भी ध्यान देना होगा. अगर हम एक साथ छह-सात सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर देंगे तो यह कारगर नहीं होगा. चयन समिति की जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करें कि जो सीनियर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, उन्हें धीरे-धीरे टीम से बाहर किया जाए.’ उन्होंने कहा, ‘पेरिस ओलंपिक के बाद काफी समय बीत चुका है. हमने यह योजना बहुत पहले ही बना ली थी. अगर हम युवाओं को छोटे टूर्नामेंट में मौका नहीं देंगे, तो हम उन्हें सीधे विश्व कप में नहीं खिला सकते.’ सिंह ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय टीम में अनफिट खिलाड़ियों के लिए कोई जगह नहीं है.
अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले सीनियर खिलाड़ी होंगे बाहर
उन्होंने कहा, ‘हमारी योजना उन सीनियर खिलाड़ियों को धीरे-धीरे टीम से बाहर करने की है जो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं और जो फिट नहीं हैं. जो भी अच्छा प्रदर्शन करेगा, जो भी फिट होगा, उसका चयन किया जाएगा. यही हमारी नीति है. आधुनिक हॉकी में बड़े नाम जैसी कोई चीज नहीं होती. हर खिलाड़ी का चयन टीम के हित में होना चाहिए.’ हॉकी एशिया कप 2025 की ट्रॉफी जीतते ही भारतीय हॉकी टीम सीधे वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर जाएगी. ऐसे में टीम प्रबंधन का लक्ष्य होगा कि भारत वर्ल्ड कप भी जीतकर घर लाए. इसके लिए बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की जरूरत होगी.
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